दरअसल, नागौर जिले के सरासनी गांव में बीते 137 दिनों से किसान JSW सीमेंट कंपनी की मनमर्जी चलाने के खिलाफ धरने पर बैठे हैं। आंदोलित किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने कई बार जिला प्रशासन को लिखित में अपनी मांगों से अवगत करवाते हुए सकारात्मक समाधान निकलवाने कि मांग की, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकाला गया है।
किसान 137 दिनों से दे रहे हैं धरना
सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि नागौर जिले में सरासनी गांव की सरहद पर विगत 137 दिनों से JSW सीमेंट कंपनी की मनमर्जी के विरुद्ध किसान लोकतांत्रिक रूप से धरने पर बैठे हैं। आंदोलित किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने कई बार जिला प्रशासन को लिखित में अपनी मांगों से अवगत करवाते हुए सकारात्मक समाधान निकलवाने कि मांग की लेकिन कोई समाधान नहीं निकाला गया। यह भी पढ़ें
राजस्थान में 31 जनवरी से शुरू होगा विधानसभा का सत्र, फरवरी के दूसरे सप्ताह में पेश हो सकता है बजट; हंगामेदार रहने की आशंका
दलालों के इशारे पर लाठी चार्ज किया
उन्होंने कहा कि अभी भारी संख्या में पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर जिला पुलिस अधीक्षक नागौर और जिला प्रशासन के कई अधिकारियों तथा सत्ता में बैठे कई दलालों के इशारे पर लाठी चार्ज किया है। जिससे दलित महिलाओं सहित कई वर्गों के लोगो व किसानों को चोटें आई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को कहना चाहता हूं कि किसानों के हितों का संरक्षण करने के स्थान पर एक निजी कंपनी के हित में आपकी पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने जो लाठीचार्ज करने जैसा जो कदम उठाया है वो निंदनीय है। सांसद ने कहा कि पुलिस के ऐसे कृत्य का लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है।
1 करोड़ में धरना हटाने का ठेका लिया
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नागौर के जिला पुलिस अधीक्षक व जिला प्रशासन के कई अफसरों ने सत्ता में बैठे कुछ दलाल प्रवृति के नेताओं के साथ मिलकर JSW कंपनी से एक करोड़ रुपए लेकर किसानों का धरना हटाते हुए कंपनी का कार्य शुरू कराने का ठेका लिया है। कहा कि, चूंकि पुलिस-प्रशासन में बैठे अफसरों का दायित्व सत्ता में सक्षम स्तर पर वार्ता करके किसी भी आंदोलन का सकारात्मक हल निकालने का होता है, मगर नागौर जिले में SP और कई अधिकारी यहां के उन नेताओं के नक्शे कदम पर चलने लग गए जो सीमेंट कम्पनियों की कई वर्षों से दलाली करने में लगे हुए है। दो दिनों के बाद मैं स्वयं राजस्थान आते ही नागौर पहुंचकर आंदोलित किसानों के साथ बैठकर इस आंदोलन को किसानों की मांगे नहीं माने जाने तक आगे बढ़ाने के संदर्भ में विस्तृत चर्चा करूंगा और JSW कंपनी के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ेंगे।