40 भूखंड पर लगेंगे फूड प्रोसेसिंग के उद्योग
मंडी प्रशासन की ओर से तैयार करवाई गई डीपीआर के अनुसार फूड पार्क की 100 बीघा जमीन पर कुल 40 भूखंड आवंटन किए जाएंगे, इसमें दो वेयर हाउस बनेंगे, जिनकी क्षमता एक लाख बोरी की होगी। इसी प्रकार 50 हजार बोरी की क्षमता का एक कोल्ड स्टोरेज भी बनेगा। इसके साथ दाल प्रोसेसिंग यूनिट, जीरा व मसाला प्रोसेसिंग यूनिट, डेयरी प्रोसेसिंग, ऑयल मिल आदि यूनिट लगेंगी।
नागौर के लिए महत्वपूर्ण होगा फूड पार्क
नागौर जिले की 80 प्रतिशत से अधिक आबादी कृषि कार्य पर निर्भर है, ऐसे में यहां एग्रो फूड पार्क की लम्बे समय से मांग की जा रही थी। किसानों व उद्यमियों की मांग पर जिला प्रशासन व मंडी प्रशासन के अधिकारियों ने इसे गंभीरता से लेते हुए मूण्डवा में कृषि मंडी के पास खाली पड़ी सरकारी जमीन पर मिनी फूड पार्क बनाने का प्रस्ताव तैयार किया। उधर, सरकार ने भी 2021 के बजट में घोषणा कर दी। इसके बाद मिनी फूड पार्क के लिए जमीन आवंटन करने के लिए तत्कालीन जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने मूण्डवा की 100 बीघा जमीन का प्रस्ताव बनाकर सरकार को भिजवाया, जिस पर सरकार ने अगस्त 2021 में स्वीकृति जारी कर दी। इसके बाद मंडी प्रशासन ने जमीन की राशि 61 लाख 18 हजार 700 रुपए जमा करवा दिए। हालांकि बाद में सरकार ने मंडी प्रशासन को इस राशि का पुनर्भरण कर दिया। साथ ही फेंसिंग व गेट का निर्माण करवाने के लिए एक करोड़ 10 लाख रुपए का बजट भी दिया, जिसका काम पूरा हो चुका है।
डीपीआर तैयार हो गई है
मूण्डवा में 100 बीघा जमीन पर विकसित होने वाले मिनी फूड पार्क की डीपीआर तैयार करवा ली गई है। यहां 40 भूखंडों का आवंटन होना है, जिनमें जो राज्य सरकार के स्तर पर होगा। बाकी फूड पार्क की फैंसिंग, अप्रोच रोड का काम पूरा करवा लिया है, जबकि मुख्य द्वार का काम चल रहा है।
– रघुनाथराम सिंवर, सचिव, कृषि उपज मंडी, नागौर