मेड़ता सिटी. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की गठित टीम ने सोमवार को शहर के बस स्टैंड पर बने सुलभ शौचालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान शौचालयों में गंदगी और अव्यवस्थाएं पाई गई। वहीं दिव्यांगों के लिए किसी तरह की अलग से व्यवस्था नहीं की हुई थी।
राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार महिलाओं, दिव्यांगों व ट्रांसजेण्डर्स के लिए पृथक से शौचालयों की सुविधाओं के निरीक्षण के संबंध में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मेड़ता की ओर से गठित टीम ने बस स्टैण्ड पर यात्रियों, राहगीरों व शहरवासियों की सुविधा के लिए बने सुलभ शौचालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान शौचालयों में गंदगी एवं अव्यवस्थाएं पाई गई। वहीं दिव्यांगजनों के लिए शौचालय की अलग से कोई व्यवस्था नहीं पाई गई। टीम ने मौका स्थिति के संबंध में पालिका अधिशासी अधिकारी को पत्र लिखकर के साफ-सफाई व व्यवस्थाओं को लेकर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि राजस्थान पत्रिका ने 14 जनवरी के अंक में “सुलभ शौचालय में महिला से मांगें 10 रुपए, पूछने पर बताया- लेडीज टॉयलेट बाहर है… लेकिन वहां तो अतिक्रमण’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित करके शौचालयों की स्थिति से अवगत भी करवाया था।