खरनाल में सीवरेव व सडक़ें बनाने की मांग
इस मौके पर मंदिर समिति व ग्रामीणों की ओर से मुख्यमंत्री शर्मा को खरनाल में सीवरेज लाइन बिछाने, सडक़ें बनाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपे गए। ग्रामीणों ने बताया कि तेजाजी के दर्शनार्थ देशभर से श्रद्धालु आते हैं। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व उप राष्ट्रपति जगदीप धनकड़ भी दर्शन करने आए। ऐसे में गांव में गंदे पानी की निकासी की उचित व्यवस्था नहीं होने से कीचड़ फैला रहता है और सडक़ें टूटी हुई हैं, इसके लिए बजट जारी किया जाए। इसके साथ पिछली सरकार की ओर से मंदिर विकास के लिए जारी की गई स्वीकृति अनुसार कार्य शीघ्र शुरू करवाएं। इसके साथ बुंगरी नाडी के पास जलकूप से सार्वजनिक हितार्थ जलापूर्ति शुरू करवाई जाए।
मुख्यमंत्री ने अमरपुरा में किए संत लिखमीदास मंदिर में दर्शन
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा मूण्डवा के बाद सीधे हेलीकॉप्टर से अमरपुरा पहुंचे। यहां स्थित संत शिरोमणि लिखमीदास महाराज मंदिर में दर्शनकर पूजा की। इसके बाद सैनिक क्षत्रिय माली संस्थान और सामूहिक विवाह समिति के पदाधिकारियों ने उनका 51 किलो की माला पहनाकर स्वागत किया। अध्यक्ष कृपाराम देवड़ा ने मुख्यमंत्री को साफा पहनकर भगवान राम का स्मृति चिह्न भेंट किया।
इस मौके पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लोक देवता लोक कला, संस्कार व संस्कृति के वाहक हैं। उन्होंने अपने जीवन में जो नियम बनाए तथा कार्य किए, वे हम सब को उनकी याद कराते हैं। आगे आने वाली पीढ़ी के संस्कार, संस्कृति व विचार उनके अनुरूप बनें, इसकी प्रेरणा देते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज की पीढ़ी को उनके संस्कार, संस्कृति व विचारों के बारे में ध्यान नहीं है। हमारी पहली पाठशाला परिवार, माता-पिता व बुजुर्ग हैं। पहले भारतीय समाज में संयुक्त परिवार का प्रचलन था, जिसके कारण बच्चों को सामूहिकता के संस्कार प्राप्त होते थे। आजकल हम दो, हमारे दो के कारण अनेक विकृतियां भी आई हैं। वर्तमान में लोक देवताओं के माध्यम से हमारे संस्कार, संस्कृति व विचार बने रहे, इसकी आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि भारत में अब स्थितियां बदल रही हैं। विश्व में अपनी विराट संस्कृति व अपनी पहचान बनाने का कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से किया जा रहा है। उन्होंने जनसमूह से आह्वान करते हुए कहा कि लोकदेवताओं के माध्यम से आने वाली पीढ़ी अपने माता-पिता, भारत माता व पर्यावरण के प्रति श्रेष्ठ भाव रखें तथा अपनी संस्कृति को बचाए, इसकी आवश्यकता है। इसमें आप सबका सहयोग जरूरी है। कार्यक्रम का संचालन बालकिशन भाटी ने किया।
संस्थान अध्यक्ष राजेंद्र गहलोत ने मुख्यमंत्री, वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों व आगंतुक श्रद्धालुओं का आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री सीआर चौधरी, केबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत, जोगाराम पटेल, संस्थान के उपाध्यक्ष मोती बाबा सांखला, सचिव राधाकिशन तंवर, सहसचिव हरिश्चंद्र देवड़ा, कोषाध्यक्ष कमल भाटी, कार्यकारिणी सदस्य बहादुर सिंह भाटी सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री को सौंपे ज्ञापन
इस मौके पर माली समाज के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से समाज हित से संबंधित विभिन्न समस्याओं एवं मुद्दों को लेकर चर्चा की। सामूहिक विवाह समिति की ओर से संरक्षक राजेंद्र पंवार ने 12 मार्च को आयोजित विवाह सम्मेलन के लिए सीएम को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया। इस मौके पर उपाध्यक्ष देवकिशन सोलंकी, मनीष कच्छावा, कैलाश गहलोत, पाबूराम सांखला, दीपक गहलोत, रामचंद्र सांखला, अर्जुन राम कच्छावा, चेनाराम, आनंद सिंह कच्छावा सहित माली समाज लोग मौजूद रहे।