प्लान बना लिया, लेकिन पैसे नहीं
वर्ष 1959 में बने कांग्रेस कार्यालय भवन के बाद किसी प्रकार का निर्माण नहीं होने से कई बार बैठक हॉल छोटा पड़ जाता है। कार्यकर्ताओं को बैठकों में खड़े रहना पड़ता है। वहीं पत्रकारों से बात करने के लिए अध्यक्ष के कक्ष में जगह नहीं होने पर नेताओं को खड़े रहना पड़ता है। कांग्रेस के उपाध्यक्ष राधेश्याम सांगवा ने बताया कि कांग्रेस कार्यालय परिसर में एक हॉल व दो-तीन कमरे बनाने का नक्शा व प्लान बनकर तैयार है, अब निर्माण कार्य के लिए फंड एकत्र करने के प्रयास चल रहे हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस का कार्यालय शहर के सर्किट हाउस के सामने ही अच्छी लोकेशन पर स्थित है। नागौर में कांग्रेस का कार्यालय शहर के बीच कलक्ट्रेट से मानासर चौराहे की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग पर स्थित है।
वर्ष 1959 में बने कांग्रेस कार्यालय भवन के बाद किसी प्रकार का निर्माण नहीं होने से कई बार बैठक हॉल छोटा पड़ जाता है। कार्यकर्ताओं को बैठकों में खड़े रहना पड़ता है। वहीं पत्रकारों से बात करने के लिए अध्यक्ष के कक्ष में जगह नहीं होने पर नेताओं को खड़े रहना पड़ता है। कांग्रेस के उपाध्यक्ष राधेश्याम सांगवा ने बताया कि कांग्रेस कार्यालय परिसर में एक हॉल व दो-तीन कमरे बनाने का नक्शा व प्लान बनकर तैयार है, अब निर्माण कार्य के लिए फंड एकत्र करने के प्रयास चल रहे हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस का कार्यालय शहर के सर्किट हाउस के सामने ही अच्छी लोकेशन पर स्थित है। नागौर में कांग्रेस का कार्यालय शहर के बीच कलक्ट्रेट से मानासर चौराहे की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग पर स्थित है।
देर से बना, लेकिन आधुनिक सुविधाओं से युक्त बना
नागौर में भाजपा का कार्यालय भले ही काफी देर से बना है, लेकिन अब जो बना है, वह आधुनिक सुविधाओं से युक्त है। जिला भवन निर्माण संयोजक जगबीर छाबा ने बताया कि भाजपा कार्यालय के लिए दिसम्बर 2016 में 2 हजार वर्ग मीटर जमीन का आवंटन कार्यालय के लिए करवाया था। कृषि मंडी के पास इंदास रोड पर नगर परिषद द्वारा आवंटित जमीन के बदले भाजपा ने 21 लाख 86 हजार 300 रुपए तथा 10 वर्षीय वार्षिक लीज के हिसाब से 5 लाख 46 हजार 580 रुपए मिलाकर कुल 27 लाख 32 हजार 880 रुपए जमा करवाए थे। अब लगभग बनकर तैयार हो चुके भाजपा के कार्यालय में एक बैठक हॉल, एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स हॉल, दो कमरे, जिसमें जिलाध्यक्ष के लिए अलग से कमरा, वीआईपी के लिए ठहरने के लिए कमरा आदि बनाए गए हैं। छाबा ने बताया कि वर्तमान आवश्यकताओं के अनुसार कार्यालय बनाया गया है। कार्यालय की जमीन जोधपुर-बीकानेर हाइवे को जोडऩे वाले बायपास से 50 मीटर की दूरी पर है।
नागौर में भाजपा का कार्यालय भले ही काफी देर से बना है, लेकिन अब जो बना है, वह आधुनिक सुविधाओं से युक्त है। जिला भवन निर्माण संयोजक जगबीर छाबा ने बताया कि भाजपा कार्यालय के लिए दिसम्बर 2016 में 2 हजार वर्ग मीटर जमीन का आवंटन कार्यालय के लिए करवाया था। कृषि मंडी के पास इंदास रोड पर नगर परिषद द्वारा आवंटित जमीन के बदले भाजपा ने 21 लाख 86 हजार 300 रुपए तथा 10 वर्षीय वार्षिक लीज के हिसाब से 5 लाख 46 हजार 580 रुपए मिलाकर कुल 27 लाख 32 हजार 880 रुपए जमा करवाए थे। अब लगभग बनकर तैयार हो चुके भाजपा के कार्यालय में एक बैठक हॉल, एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स हॉल, दो कमरे, जिसमें जिलाध्यक्ष के लिए अलग से कमरा, वीआईपी के लिए ठहरने के लिए कमरा आदि बनाए गए हैं। छाबा ने बताया कि वर्तमान आवश्यकताओं के अनुसार कार्यालय बनाया गया है। कार्यालय की जमीन जोधपुर-बीकानेर हाइवे को जोडऩे वाले बायपास से 50 मीटर की दूरी पर है।