इसलिए बेनीवाल से हमने गठबंधन किया
गहलोत ने कहा कि इंडिया गठबंधन का प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल दबंग नेता है, जो किसान और युवाओं के लिए हमेशा संघर्ष करता है। प्रदेश के 25 सांसदों में केवल बेनीवाल ही संसद में प्रदेश और देश के मुद्दे उठाते थे। ईआरसीपी का मुद्दा केवल बेनीवाल ने ही उठाया।
गहलोत ने कहा कि भाजपा के लोग घमंड में चूर है और देश में ऐसे हालात पैदा कर दिए कि लोकतंत्र खतरे में है। अब हमारे सामने लोकतंत्र को बचाए रखने का सवाल है। उन्होंने कहा कि भाजपा वाले 400 पार का नारा लगा रहे हैं, जब भाजपा का इतना ही माहौल है तो फिर कांग्रेस के लोगों को क्यों तोड़ रहे हैं।
क्यों भाजपा का कांग्रेसीकरण कर रहे हो। गहलोत ने कहा कि केन्द्र सरकार ईडी और सीबीआई के दम पर लोगों को डरा रही है। कांग्रेस के खाते बंद कर दिए, दो-दो मुख्यमंत्री जेल में है, देश में ऐसे हालात पैदा कर दिए कि संयुक्त राष्ट्र को बोलना पड़ा है। इन्हीं हालातों को देखते हुए बेनीवाल और हमने यह गठबंधन किया है।
बेनीवाल और मिर्धा के बीच मुकाबला
गौरतलब है कि नागौर में पहले चरण में मतदान होना है। यहां से हनुमान बेनीवाल इंडिया अलायंस के संयुक्त उम्मीदवार हैं, जबकि बीजेपी की ओर से ज्योति मिर्धा चुनाव रण में हैं। यहां मुख्य रूप से मुकाबला बेनीवाल और मिर्धा के बीच देखा जा रहा है। इस दौरान दोनों ने एक दूसरे पर जमकर हमला बोला।
आपको बता दें कि यह तीसरी बार है जब दोनों चेहरे लोकसभा चुनाव में आमने-सामने हैं। यह जाट बहुल सीट है। जबकि मुस्लिम और एससी मतदाताओं की संख्या भी निर्णायक भूमिका निभाती है। यहां युवा मतदाताओं का रुझान जहां बेनीवाल की ओर है, वहीं 35 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं की पहली पसंद ज्योति मिर्धा हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, यहां करीब 21 लाख मतदाता हैं।