गौरतलब है कि प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान की पीएबी बैठक गत 2 फरवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई थी। बैठक में योजना के दिशा-निर्देशों के अनुसार राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की ओर से चिह्नित किए गए फोकस जिलों में शिक्षा के मानकों को बेहतर बनाने पर विशेष ध्यान देने की बात की गई। इसमें मुख्य रूप से कॉलेजों को मजबूत करने के लिए अनुदान (जीएससी) और लिंग समावेशन और समानता पहल (जीआईईआई) पर विचार किया गया।
प्रदेश के इन जिलों के कॉलेज भी होंगे लाभान्वित पीएम-उषा योजना के तहत प्रदेश के कुल 26 कॉलेजों को 5-5 करोड़ रुपए की अनुदान राशि स्वीकृत की गई है। इसमें बांसवाड़ा का सरकारी कॉलेज सज्जनगढ़, बारां के शाहबाद व छबड़ा कॉलेज, बाड़मेर के बायतु व सिवाना कॉलेज, भरतपुर का नगर कॉलेज, भीलवाड़ा का आसिंद कॉलेज, बूंदी के नैनवा व हिंडोली कॉलेज, धौलपुर के बाड़ी राजकीय कॉलेज व धौलपुर का कन्या महाविद्यालय शामिल है। इसी प्रकार डूंगरपुर का सागवाड़ा कॉलेज, जैसलमेर का पोकरण कॉलेज, जालोर जिले के भीनमाल, जालोर राजकीय कॉलेज व जालोर कन्या कॉलेज, झालावाड़ के पीड़वा, पाली के सोजत सिटी व सुमेरपुर कॉलेज, प्रतापगढ़ के धरियावाद व प्रतापगढ़ का पीजी कॉलेज, राजसमंद का कन्या महाविद्यालय व देवगढ़ राजकीय कॉलेज शामिल हैं।
जानिए, 5 करोड़ से क्या-क्या होगा पीएम-उषा योजना के तहत मिलने वाले 5 करोड़ के बजट से नागौर के महिला कॉलेज में एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए हॉल, एक कैंटीन, इनडोर स्टेडियम, कॉमन रूम, कन्या छात्रावास, कॉलेज की चार दीवारी, जूलॉजी व बॉटनी की प्रयोगशाला बनाए जाएंगे। इसके साथ कॉलेज में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, कक्षा-कक्ष व स्टाफ रूम का निर्माण भी करवाया जाएगा। साथ ही करीब 50 किलोवॉट का सोलर पैनल लगाना प्रस्तावित है। इसके अलावा कॉलेज के लिए आवश्यकतानुसार उपकरण, प्रशिक्षण के लिए कम्प्यूटर सेट आदि भी खरीदे जाएंगे। इसी प्रकार अन्य कॉलेजों का आधुनिकीकरण करने के लिए डीपीआर तैयार की जा रही है।
जिले के तीन कॉलेजों को मिली राशि पीएम-उषा योजना के तहत नागौर जिले की तीन कॉलेजों को 5-5 करोड़ की अनुदान राशि स्वीकृत की गई है। इसमें नागौर का कन्या महाविद्याल तथा खींवसर व जायल के राजकीय महाविद्यालय शामिल हैं। पीएम-उषा के तहत मिलने वाली राशि से कॉलेजों का आधुनिकीकरण किया जाएगा।
– डॉ. हरसुखराम छरंग, प्राचार्य, श्री बीआर मिर्धा कॉलेज, नागौर