पुष्प वर्षा से जैन धर्मावलम्बियों ने किया स्वागतआचार्य चैत्यसागर का गाजे-बाजे के साथ ससंघ मंगल प्रवेश
नागौर. आचार्य चैत्यसागर समेत अन्य जैन संतों का स्वागत करते जैन समाज की महिलाएं।
नागौर. आचार्य चैत्यसागर समेत अन्य जैन संतों का स्वागतके लिए सिर पर कलश धारण किए खड़ी महिलाएं।
नागौर. सकल दिगम्बर जैन समाज के आचार्य चैत्यसागर महाराज, एलक उत्सव सागर, मुनि सुजान सागर, पुरुषार्थश्री माता, स्वामतश्री माता, शास्वतश्री माता का बुधवार को ससंघ गाजे-बाजे के साथ नागौर शहर में मंगल प्रवेश हुआ।
मुनि संघ कमेटी के प्रचार मंत्री रमेशचन्द्र जैन ने बताया कि आचार्य ने संघ के साथ बुधवार सुबह वल्लभ चौराहा से गाजे-बाजे के साथ नगर में प्रवेश किया।
इस दौरान सकल दिगम्बर समाज के काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
कमेटी के अध्यक्ष गोपाल बडजात्या ने बताया कि संघ दिल्ली दरवाजा, गांधी चौक , सदर बाजार, काजियों का चौक, साढ़े सोलह पंथी दिगम्बर जैन मंदिर होते हुए तेरापंथी दिगम्बर जैन मंदिर, मच्छियों का चौक, काठड़ियों का चौक होते हुए भण्डारियों की गली स्थित बीस पंथी दिगम्बर जैन मंदिर पहुंचा।
मार्ग में जुलूस का कई जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया । जिस घर के सामने से आचार्य गुजरे घर वालों ने उनका दूध से पाद पक्षालन कर आरती की। बीस पंथी दिगम्बर जैन मंदिर में सकल दिगम्बर जैन समाज ने भव्य स्वागत किया।
मंदिर में आचार्य का दीप प्रज्वल्लित करने का सौभाग्य भंवरलाल निर्मलकुमार बडज़ात्या को मिला। गुरु विमलसागर के चित्र का अनावरण तिलोकचंद, ललित पाटनी, सुनील पाटनी परिवार ने किया। आचार्य का पाद पक्षालन सोहनसिंह, देवेन्द्र कानूगो परिवार ने व शास्त्र भेंट सोहनलाल, मनोज रंगवाल निमाज परिवार ने किए।
नागौर का शास्त्र भण्डार हिंदुस्तान में प्रसिद्धइस मौके पर आचार्य चैत्यसागर ने कहा कि नागौर का शास्त्र भण्डार हिंदुस्तान में प्रसिद्ध है। यहां पर जिनवाणी की पुस्तकें भी हैं जो पूरे देश में प्रसिद्ध है। साथ ही उत्तम दल की ओर से हर वर्ष सबसे बड़े जैनतीर्थ सम्मेदशिखर की यात्रा करवाई जाती है। कार्यक्रम में प्रवासी लोगों का सम्मान किया गया। जीवराज पाटनी, नवीन, महेन्द्र पहाड़िया, अशोक, राजू मच्छी, ओम सबलावत, महेन्द्र, सनत कानूगो, सोहनलाल, जिनेन्द्र जैन समेत काफी संख्या में सकल दिगम्बर जैन समाज के लोग मौजूद रहे।