पुलिस के अनुसार आरोपी अंकित मोर मूलत: मौलासर का रहने वाला है। वह इन दिनों निम्बाहेड़ा की जेके सीमेंट फैक्ट्री में एकाउंट था। कुछ दिन पहले वो वहां से गायब हो गया। जांच-पड़ताल में उसके करीब साढ़े बारह लाख की चोरी/गबन करने की पुष्टि हुई। इस बाबत निम्बाहेड़ा के कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया गया। इस पर निम्बाहेड़ा कोतवाली से एएसआई सूरज कुमार मय टीम मौलासर पहुंचे पर अंकित का कुछ पता नहीं चला। इस पर डीडवाना एएसपी हिमांशु शर्मा के निर्देश पर मौलासर थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम गठित कर निम्बाहेड़ा कोतवाली थाना पुलिस के साथ अनुसंधान शुरू किया।
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इस पर सूचना मिली कि अंकित का मामा दौलतराज कुचामन सिटी में रहता है। पुलिस टीम ने दौलत राज के निवास पर दबिश दी। पुलिस को देखते ही दौलतराज हक्का-बक्का रह गया। उसने कबूला कि अंकित दो-तीन दिन पहले यहां आया था। वो एक नीले रंग का प्लास्टिक का कट्टा भी यहा रख गया है। पुलिस ने जब कट्टा देखा तो अचरज में आ गई। कट्टे में पांच-पांच सौ के नोटों की 249 गड्डी मिली। इन करीब एक करोड़ बीस लाख रुपए के बारे में कुछ भी पता होने से मामा दौलत राज इनकार कर रहा है, जबकि पुलिस का कहना है कि उसकी संलिप्तता भी जांची जाएगी। अंकित ने यह रकम फैक्ट्री से गबन की है तो कम्पनी ने केवल साढ़े बारह लाख की चोरी ही क्यों लिखाई। इस पर निम्बाहेड़ा के कोतवाली थाना प्रभारी राम सुमेर मीणा का कहना था कि शुरुआत में उनकी जानकारी के हिसाब से यह रकम लिखा दी गई। अब पता चला कि उसने भारी घोटाला किया है। चांदी-सोने के सिक्कों के अलावा कुछ जरूरी दस्तावेज में भी हेरफेर की है।
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