आवासन मंडल की ओर से विलोपित किए खंड में नागौर भी शामिल है। यहां दो बड़ी कॉलोनियां संचालित है एवं एक कॉलोनी तो पूरी तरह से विकसित तक नहीं हुई है। इसके बावजूद विभिन्न योजनाओं के तहत मकान बेचने के बाद नागौर खंड को विलोपित कर दिया गया। इससे इन कॉलोनियों में मकान खरीदार अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
आवासन मंडल के आदेशानुसार जयपुर के खंड बारह को खंड चतुर्थ में, तेरह को द्वितीय में, दौसा को जयपुर ग्यारह में, झुंझुनूं को जयपुर नवम में, जोधपुर तृतीय को द्वितीय में, चतुर्थ को जोधपुर प्रथम में, नागौर को बीकानेर में, पाली को जोधपुर प्रथम में,बाड़मेर को जोधपुर प्रथम में, उदयपुर द्वितीय व डूंगरपुर को उदयपुर प्रथम में, चित्तौडग़ढ़ को भीलवाड़ा में, भरतपुर को अलवर में एवं खंड बारां को कोटा खंड में तथा वृत्त जोधपुर द्वितीय को जोधपुर प्रथम में व वृत्त कोटा को वृत्त जयपुर तृतीय में समायोजित किया है।
जिलों में संचालित खंडों का समायोजन करने के बाद वृत्त एवं खंड को लेकर नए क्षेत्राधिकार जारी किए गए हैं। इसके तहत उप आवासन आयुक्त वृत्त प्रथम जयपुर के अधीन खंड तृतीय, चतुर्थ, पंचम व दशम जयपुर, वृत्त द्वितीय के अधीन खंड षष्टम, नवम, जयपुर व अजमेर, वृत्त तृतीय के अधीन खंड प्रथम, द्वितीय, ग्यारह, जयपुर व खंड कोटा, वृत्त जोधपुर के अधीन खंड प्रथम, द्वितीय व जोधपुर, वृत्त बीकानेर के अधीन खंड बीकानेर व हनुमानगढ़, वृत्त उदयपुर के अधीन खंड उदयपुर व भीलवाड़ा एवं उप आवासन आयुक्त वृत्त अलवर के अधीन खंड अलवर व भिवाड़ी के क्षेत्राधिकार दिए गए हैं।
कार्मिकों की कमी एवं भूमि की अनुपलब्धता के कारण चौदह खंड एवं दो वृत्त का समायोजन नजदीकी खंड व वृत्तों में किया है। कार्य के लिए इन जगहों पर कार्मिकों की साप्ताहिक कैम्प ड्यूटी लगाई जाएगी, ताकि उपभोक्ताओं के काम समय पर हो सके।
– जीएस बाघेला, मुख्य अभियंता, राजस्थान आवासन मंडल, जयपुर