मुजफ्फरनगर . कोविड 19 वैश्विक महामारी के चलते किये गये लॉकडाउन के बाद से ही अपने घरों को छोड़कर दूसरे राज्यों में कमाई कर अपने परिवारों का पालन पोषण करने वाले मेहनतकश मजदूरों की एक से एक भयानक वह शर्मसार कर देने वाली तस्वीरें आ रही हैं। कहीं मजदूर पैदल चल रहे हैं तो कहीं मोटरसाइकिल-साइकिल या ट्रकों में जानवरों की तरह ठूंस-ठूंसकर अपने घर के लिए निकल पड़े हैं। सबसे बुरी दशा पंजाब और हरियाणा में काम करने वाले मजदूरों की हो रही है। हालांकि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से उत्तर प्रदेश के अन्य राज्यों में काम करने वाले मजदूरों को वापस मंगा कर उनके घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी उठाई गई है।
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मगर कई जगह मजदूरों को लेकर आने और जाने वाले बसों के चालको और परिचालकों को भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ताजा मामला जनपद मुजफ्फरनगर का ह। जहां रविवार की दोपहर थाना नगर कोतवाली क्षेत्र के मुजफ्फरनगर-देवबंद सहारनपुर स्टेट हाई-वे पर रोहाना में बने टोल प्लाजा पर रोडवेज बस के चालकों और परिचालकों ने उस समय प्रदर्शन शुरू कर दिया, जब टोल प्लाजा के कर्मचारियों ने बसों को बिना टोल दिए आगे बढ़ने से मना कर दिया। इस के बाद एक-एककर गाड़िया वहां आकर खड़ी होती रही और टोलकर्मी टोल की मांग करते रहे। रोडवेज कर्मियों का तर्क था कि वह सरकारी काम में लगे हुए हैं जीपीआरएस गाड़ी में लगा हुआ है और मुख्यमंत्री के आदेश के अनुसार वे जनपद बिजनौर के कस्बा धामपुर से सहारनपुर मजदूरों को लेने जा रहे हैं। मगर कई घंटों तक भी टोलकर्मी टस से मस नहीं हुए। ना ही कोई सरकारी अधिकारी ने इस मामले में ठोस कदम उठाया। जानकारी के अनुसार कई घंटों की माथापच्ची के बाद सभी रोडवेज बसें दूसरे रास्ते से होते हुए सहारनपुर के लिए रवाना हो गई।