मुजफ्फरनगर ( muzaffarnagar ) में रविवार व सोमवार की देर रात जिला कारागार में बंद एक बंदी शाहिद पुत्र सुबराती ने अपनी बैरक में गमछे से फांसी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। मामले की जानकारी जेल प्रशासन को लगी तो जिला कारागार में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में घटना की सूचना थाना नई मंडी पुलिस को दी गई तो नई मंडी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतक शाहिद केशव को कब्जे में लिया। मजिस्ट्रेट के सामने बॉडी का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है।
शाहिद पुत्र सुबराती निवासी गांव नियाजउपुरा थाना नगर कोतवाली जो पिछले लगभग एक साल पहले 26 जून को नगर कोतवाली पुलिस ने नशे की गोलियों के साथ मुकदमा अपराध संख्या 446 में धारा 18 / 22
एनडीपीएस ( NDPS ) के तहत जेल भेजा था। इसने रात में संदिग्ध हालात में जिला कारागार में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी परिजनों को लगी तो मृतक की मां जुबेदा पत्नी सुबराती दर्जनों ग्रामीणों के साथ एसएसपी और जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंच गए। जहां जुबैदा ने रो-रो कर मीडिया के सामने अपने बेटे की हत्या का आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग की है।
जुबैदा का आरोप है कि उसके बेटे को जिला कारागार में कार्यरत जेल में बंदी रक्षक के अलावा एक अन्य ने गला घोट कर हत्या कर दी है। सुबह जिला कारागार मुजफ्फरनगर से एक सिपाही ने आकर सूचना दी कि शाहिद का शव जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखा है उसने आत्महत्या कर ली है जिसके बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है वहीं जेल अधीक्षक एके सक्सेना का कहना है कि रात्रि में वे अपने घर पर थे उन्हें फोन द्वारा सूचना मिली थी कि बंदी शाहिद ने आत्महत्या कर ली है जिसके बाद वह और जेलर ने मौके पर पहुंचकर कानूनी कार्यवाही की गई है।