सन 2015 में दिए गए उनके बयान के आधार पर कुछ लोगों ने उनकी हत्या पर 51 लाख और आईएसआई संगठन ने सवा करोड़ रुपए का इनाम घोषित किया था। यह उसी का परिणाम है और यह प्रदेश में और केंद्र में जो हिंदूवादी सरकार है, यह उसकी बड़ी उनकी विफलता और नाकामी है। शिवसेना कड़ी शब्दों में इसकी घटना की निंदा करती है। हम सरकार से मांग करते हैं कि उनके परिवार के दो सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और अपने भाई के प्रदेश सरकार से मांग करते हैं कि एक करोड़ रुपए की उन्हें सहायता राशि मुहैया कराई जाए। अगर हमारी मांगों को लेकर जल्द ही कोई कार्रवाई नहीं की गई तो जैसा हमारे पश्चिम उत्तर प्रदेश के प्रमुख ललित मोहन शर्मा को जैसा निर्देश होगा। उसी तरह का हम योजना बनाकर आंदोलन करने को बाध्य होंगे।