यह है पूरा मामला
आपको बता दें कि 2 अक्टूबर गांधी जयंती की रात लगभव सवा 10 बजे शामली जनपद के झिंझाना थाना के चौसाना चौकी के गांव कमालपुर चेकपोस्ट पर बदमाशों ने हमला बोलकर होमगार्ड संजय वर्मा को गोली मारने और हेडकांस्टेबल संसार सिंह को हथियारों की बट से पीटने के उपरांत सरकारी रायफल और ईसांस लूट कर फरार हो गए थे। लूट की घटना से उत्तर प्रदेश में सनसनी फैल गई थी, जिसको संज्ञान लेते हुए शामली एसपी दिनेश कुमार प्रभु ने झिंझाना के साथ-साथ हरियाणा बोर्डर सीमा को सील करने के उपरांत लगातार कांबिंग कर रहे थे। सहारनपुर डीआईजी शरद सचान के अलावा मेरठ के अपर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने एसपी दिनेश कुमार के नेतृत्व में चार टीमों का गठन किया था। झिंझाना प्रभारी निरीक्षक, स्वाट टीम, सर्विलांस के अलावा उत्तर प्रदेश के प्रभावशाली दबंग माने जाने वाले निरीक्षकों और उपनिरीक्षकों का एक दल बनाया गया था, जो लगातार 2 अक्टूबर से बदमाशों की तलाश में जंगलों की खाक छान रहे थे।
इसी बीच 14 अक्टूबर की रात को शामली एसपी दिनेश कुमार को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ बदमाश बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए रंगाना के जंगल से होते हुए हरियाणा में हथियारों की खेप पहुंचाने की योजना को अमली जामा पहना रहे हैं। इसके बाद खुद शामली एसपी दिनेश कुमार प्रभु अपने दल बल के साथ बदमाशों की घेराबंदी में जुट गए। इसके बाद उन्होंने बदमाशों की निगरानी शुरू कर दी। 15 अक्टूबर को सर्विलांस टीम के सहायोग से सुबह तीन बजे एक मुठभेड में तीन बदमाश पुलिस की गोली के शिकार होकर घायल हो गए। हालांकि, इस दौरान बदमाशों की गोली से शामली जनपद पुलिस के लगभग 4 जवान भी घायल हो गए। पुलिस ने घायल बदमाशों और पुलिसकर्मियों को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने लूटे गए सरकारी हथियार भी पूछताछ के बाद गुरूद्वारे के एक कमरे से बरामद कर लिया।
पूछताछ में बदमाशों ने पुलिस को जो कहानी बताई, वह अपने आप में एक सनसनी थी। बदमाशों खुद को खालिस्तान समर्थक आतंकवादी बताया और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बादल को मारने की योजना को अंजाम देने के लिए सरकारी हथियारों को लूटने की बात कही। गिरफ्तार खालिस्तान समर्थक आतंवादी कर्म सिंह पुत्र गुरू चरण सिंह निवासी रंगाना थाना झिंझाना शामली, गुरूजेंट उर्फ जिंटा पुत्र कुलवंत निवासी धलावली थाना गंगोह जनपद सहारनपुर, अमरीत उर्फ अमृत पुत्र पाला सिंह निवासी सैक्टर नंबर 6 गली नंबर 2 करनाल बताये गए है। गिरफ्तार आतंकवादियों ने अपने दो आतंवादियों के नाम जर्मन पुत्र कुलवंत निवासी ग्राम जजीतपुर थाना झिंझाना जनपद शामली और कर्मा पुत्र अजीत सिंह निवासी अजीजपुर थाना झिंझाना जनपद शामली बताया है।
खालिस्तान समर्थक गिरफ्तार आतंवादी के पास से पुलिस ने लूटे गए हथियारों के साथ साथ लूट में प्रयुक्त पिस्टल के अलावा लूट की मोटरसाइकिल भी बरामद की है। खालिस्तान समर्थक आतंकवादियों ने गिरफ्तारी के बाद जो खुलासा किया, उसके बाद उत्तर प्रदेश के साथ साथ पंजाब में भी अलर्ट घोषित कर दिया है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बादल की सुरक्षा बढा दी गई है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने पंजाब पुलिस से सम्पर्क साधकर घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी देकर खालिस्तान आतंकवादियों की कारगुजारियों से भी अवगत कराया है। उत्तर प्रदेश के शामली जनपद में खालिस्तान समर्थक आतंवादी की गिरफ्तारी से एक बार फिर खालिस्तान समर्थक आतंकवादियों की बढती सक्रियता उजागर हुई है। बता दें कि इससे पहले भी शामली जनपद में ही शामली पुलिस ने पंजाब जेल से फरार दो कुख्यात आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था। खलिस्तान समर्थक आतंकवादियों को पकड़ने वाले शामली पुलिस टीम को उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग ने पुस्कृत करने की घोषणा के साथ ही 50 हजार रूपये का नकद ईनाम देकर सम्मानित किया। उत्तर प्रदेश पुलिस अपर महानिदेशक प्रशांत कुमार ने एसपी दिनेश कुमार की कार्य प्रणाली की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे ही नौजवान पुलिस अधिकारी के जोश के आगे आतंकवादी पस्त होते हैं।