मुजफ्फरनगर। जनपद में सोमवार को तमंचे से फायरिंग का वीडियो वायरल होने के बाद राष्ट्रीय लोकदल जिला उपाध्यक्ष राजीव सुक्रमपाल निवासी गांव अलीपुर कला की गिरफ्तारी के बाद भड़के रालोद पदाधिकारियों व कार्यकर्ता थाने में धरने पर बैठ गये। रालोद कार्यकर्ता को थाने से रिहा करने की मांग के चलते देर रात तक कार्यकर्ताओं का धरना प्रदर्शन जारी रहा। मगर उसके बावजूद भी रालोद कार्यकर्ता अपने पदाधिकारी को थाने से नहीं छुड़ा पाए। देर रात रालोद जिलाध्यक्ष अजीत राठी के नेतृत्व में तितावी थाने में चल रहे धरने को समाप्त किया गया। जिसके बाद मंगलवार को पुलिस ने राजीव सुक्रमपाल को जेल भेज दिया।
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दरअसल, मामला थाना तितावी क्षेत्र के गांव अलीपुर कला का है। जहां कई दिन पहले रालोद जिला उपाध्यक्ष राजीव सुक्रमपाल का फायरिंग करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसके बाद थाना तितावी पुलिस ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई शुरू कर दी थी और रालोद कार्यकर्ता राजीव जैसे ही सोमवार को पंचायत चुनाव के मद्देनजर अपना लाइसेंसी असला थाने में जमा कराने पहुंचा तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। मामले की जानकारी रालोद जिलाध्यक्ष अजीत राठी को हुई तो वह दर्जनों रालोद कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों को लेकर थाने पहुंच गए और रालोद का थाने में धरना प्रदर्शन शुरू हो गया। यह भी पढ़ें: मुंह बोले चाचा ने दो साथियों के साथ 10वीं की छात्रा से की दरिंदगी सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद घंटों रालोद कार्यकर्ता और अधिकारियों के बीच वार्ता हुई। मगर कोई समाधान नहीं हुआ। पुलिस ने राजीव के खिलाफ दर्ज मुकदमे का हवाला देते हुए उसकी कोर्ट से जमानत कराने की बात कही। वहीं राष्ट्रीय लोकदल कार्यकर्ता उसे ऐसे ही थाने से छुड़ाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन करते रहे। मगर देर रात किसी तरह रालोद कार्यकर्ताओं को पुलिस ने समझा-बुझाकर धरना समाप्त कराया और मंगलवार को राजीव को पुलिस ने जेल भेज दिया।