लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपने-अपने तरीके से तैयारियां शुरू कर दी है। इसी कड़ी में मुजफ्फरनगर में 2013 में हुए सांप्रदायिक दंगों के कारण अपनी खोई हुई राजनीतिक विरासत को पाने के लिए राष्ट्रीय लोकदल मुखिया चौधरी अजित सिंह भी चुनावी बिगुल फूंक दिया है। 2 माह में दूसरी बार जनपद मुजफ्फरनगर में आए अजीत सिंह ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने सांप्रदायिक सद्भाव कायम करने को लेकर जनपद में कई मीटिंग की। इसके बाद मुजफ्फरनगर की बुढाना और खतौली विधानसभा क्षेत्रों में जनसंवाद कार्यक्रम के तहत लोगों की नब्ज टटोलने के लिए पहुंचे। इस दौरान उन्होंने भाजपा और नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा।
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उन्होंने भाजपा को दंगा कराकर राजनीति करने वाली पार्टी बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने केवल हिंदू और मुसलमान ही नहीं लड़ाई बल्कि हरियाणा में जाट वर्सेस हिंदू महाराष्ट्र में मराठा वर्सेस दलित और यूपी में ठाकुर वर्सेस दलित अब चल रहा है उन्होंने लोगों से एकजुट होने की अपील की उनका कहना था कि अगर किसान बिरादरी एक हो जाए तो भाजपा को उखाड़ कर फेंकना आसान हो जाएगा इस बार भाजपा को केवल हराना ही नहीं बल्कि जड़ से उखाड़ कर फेंकना है उन्होंने भाजपा को देश के ऊपर कलंक प्रदेश की पॉलिटिक्स में कैंसर करार दिया उन्होंने कहा कि जब तक भाजपा खत्म नहीं हो जाती तब तक देश का विकास संभव नहीं है। देश का विकास तभी होगा, जब देश में भाईचारा पूरी तरह से कायम होगा। उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी पर भी बोलते हुए कहा कि नोटबंदी ने छोटे उद्योग धंदे और छोटे किसानों को बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा कि काले धन का आज तक पता नहीं चल पाया है। कैराना लोकसभा उपचुनाव में जयंत चौधरी ने गन्ने को मुद्दा बनाया था तो उन्होंने जिन्ना को। जिसमें जिन्ना पर गन्ना भारी पड़ा था। आपसी सद्भाव की वजह से भाजपा को वह सीट हारनी पड़ी। कैराना का गठबंधन भाजपा को पश्चिम में 20 सीट हराएगा और चलते-चलते उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक ऐसा व्यंग कसा,जिसे सुनकर तालियां बजने लगा। उन्होंने अपना भाषण खत्म करते हुए कहा कि हाय-हाय मोदी, बाय बाय मोदी।