राकेश टिकैत ने कहा कि कहीं किसी को बोलने खांसने तो दोगे देश में बोलने की तो आजादी है, जो व्यक्ति जिस नस्ल का होता है, उसकी जबान से वही बात तो निकलेगी। इस पर हमारा कोई स्टैंड नहीं है, अगर इस तरह के बयानों पर हम स्टैंड लेने लगे तो हम तो रोज सड़कों पर ही रहेंगे। हमारा अपना अलग स्टैंड है। हम उन्हीं की जमीन पर 50 हजार आदमी तीन दिन तक रहे और बहुत शांतिपूर्वक तरीके से रहे। हम लोग शांतिपूर्वक आंदोलन करने वाले लोग हैं।
यह भी पढ़ें – जदयू नेता के बेटे के अपहरणकर्ता को एनकाउंटर में गोली मारकर किया पस्त, युवक सकुशल बरामद जो अपनों का नहीं, वह दूसरों का क्या होगा – टिकैत उन्होंने कहा कि अजय मिश्रा टेनी जैसे लोग गलत बयानबाजी करके आपस में झगड़े कराते हैं। इससे पहले भी उन्होंने गलत बयानबाजी की थी। अपना लड़का फंसवा दिया, उसको सहारा देकर कहा कि जाओ भीड़ पर गाड़ी चढ़ा दो। उसका लड़का भी तो इसी केस में बंद है। हमारा कहना है कि जो अपने घर का ही नहीं है तो वह दूसरों के क्या हो सकता है।
यह भी पढ़ें – ट्विन टावर के पिलरों में विस्फोटक लगाने का काम पूरा, अब ब्लास्ट का इंतजार बर्खास्त करने की मांग उठाते रहेंगे राकेश टिकैत ने कहा कि अगर वह बर्खास्त नहीं हुआ तो हम क्या कर सकते हैं? लेकिन हम अपनी बात करते रहेंगे बर्खास्त करना ना करना सरकार का काम है। जिस पार्टी में वह शामिल है उसका काम है, लेकिन हम अपनी बात पूरे देश में जहां पर भी आंदोलन धरना प्रदर्शन होगा, वहां रखेंगे। लखीमपुर खीरी का नाम सबसे पहले जाएगा, जब तक यह नहीं हटेगा। यह मुलजिम बाहर रहेगा और खतरनाक मुलजिम बाहर रहेगा तो कभी भी हरकत कर सकता है।