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इस महिला ने बढ़ाई राहुल गांधी की मुसीबत, सामने आकर किया बड़ा खुलासा किसानों और मजदूरों की मांग है कि मृतक के बेटे को उसकी जगह नौकरी दी जाए। मिल मालिकों की आनाकानी के बाद किसान और मजदूर मृतक के शव को मिल गेट पर रख कर धरने पर बैठ गए। किसानों ने मिल मिल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी व प्रदर्शन भी किया। यह भी पढ़ें
आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी के ससुर पहली बार आए सामने, किया बड़ा खुलासा मामला थाना मंसूरपुर क्षेत्र का है जहां डीएसएम शुगर मिल में गन्ना तोलने के लिए धर्मकांटो को ठीक करने वाले एक मिल कर्मचारी सतपाल पुत्र नकली सिंह निवासी कॉलोनी मिल मंसूरपुर की 3 दिन पहले रात में 1:30 बजे उस समय तबीयत खराब हो गई थी जब वह नए गन्ना सीजन के लिए शुगर मिल के कांटो को ठीक कर रहा था। गंभीर हालत में उसे मुजफ्फरनगर के एक निजी हॉस्पिटल में ले जाया गया। मगर वहां से उसे मेरठ रेफर कर दिया गया। यह भी पढ़ें
भाजपा सरकार में इस मांग को लेकर बन गए हिंदू, अब बोले- अभी भी कर रहे हैं इंतजार 3 दिन इलाज के बाद सतपाल की मौत हो गई। जिसके बाद क्षेत्र के सैकड़ों किसानों व शुगर मिल के मजदूरों ने मृतक के बेटे को उसकी जगह मिल में नौकरी दिलाने की मांग करते हुए मृतक के शव को मिल गेट पर रखकर हंगामा शुरू कर दिया और धरने पर बैठ गए। किसान और मजदूरों ने मिल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की किसानों का कहना है कि जब तक मिल प्रबंधन मृतक सतपाल के बेटे को उसकी जगह मिल में नौकरी नहीं देते तब तक वे उसके शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे और धरने पर बैठे रहेंगे।