यह भी पढ़ें
सड़क पर बाइक खड़ी करने पर हुआ विवाद, युवक पर डाल दिया खौलता हुआ तेल दस्तावेजों के अनुसार पूरे मामले में बड़े गिरोह के होने प्रमाण भी मिले हैं। वहीं मौके से बरामद दवाइयों में दिल्ली सरकार की सरकारी सप्लाई की ऐसी दवाइयां पाई गई हैं, जो कोविड-19 बीमारी में इस्तेमाल की जाती है। पकड़े गए आरोपी इनाम के पास दवाई सप्लाई का कोई लाइसेंस भी नहीं पाया गया है। जानकारी के अनुसार आरोपी इनाम पिछले 10 वर्षों से अवैध रूप से दवाइयों की तस्करी में शामिल था। यह भी पढ़ें
‘आजम खान नहीं खा पा रहे खाना, उनके साथ हो रहा बुरा सलूक’ बता दें कि मुज़फ्फरनगर में गत 12 जून को जिला प्रशासन ने मुखबिर की सूचना पर थाना नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के गांव शेरनगर में वर्तमान ग्राम प्रधान गुल्फाना के देवर इनाम के घर छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान मौके से लाखों रुपए की दवाइयों का जखीरा बरामद किया था। इस मामले में जिला प्रशासन की ओर से थाना नई मंडी कोतवाली में आरोपी ड्रग्स माफिया इनाम के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू की गई थी। जिसमें अभी तक की जांच के दौरान जो खुलासा हुआ है वह वाकई चौंकाने वाला है। जिसमें ड्रग इंस्पेक्टर लव कुश ने जानकारी देते हुए बताया कि पकड़ी गई दवाइयों की बाजार में कीमत लगभग 65 लाख रुपये आंकी गई है।