ये भी पढ़ें : VIDEO: आचार संहिता से पहले पश्चिमी यूपी में बीजेपी नेताओं का ताबड़तोड़ दौरा, योगी के मंत्री ने दी सौगात पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश शासन द्वारा जहरीली तथा मिलावटी शराब की धरपकड़ के लिए लगातार कड़े निर्देश दिए जा रहे हैं। एसपी सिटी सतपाल अंतिल तथा सीओ नई मंडी योगेंद्र सिंह द्वारा भी इस संबंध में कड़े दिशा निर्देश दिए गए थे। नई मंडी थाना प्रभारी संतोष कुमार सिंह तथा एसएसआई मदन सिंह बिष्ट के नेतृत्व में मिलावटी शराब की रोकथाम के लिए एक टीम का गठन किया गया था। आज मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने जानसठ रोड पर सिलाजुड्डी को जाने वाले रास्ते के सामने गोदाम में रेक्टिफाइड शराब से भरा एक टैंकर पकड़ लिया। टैंकर में पाइप डालकर उसका दूसरा मुंह कैन में डालकर रेक्टिफाइड निकालने के बाद एक कटे ड्रम में डालकर उस में यूरिया आदि मिलाकर जहरीली शराब तैयार करने के बाद उसे कैन में भरा जा रहा था।
इस दौरान पुलिस पर फायर भी किया गया। तभी पुलिस ने अजीम पुत्र यूनुस निवासी बामनखेड़ी थाना हसनपुर जिला अमरोहा, सोनू पुत्र रामवीर निवासी ग्राम अझौता जिला मेरठ तथा बबलू पुत्र चमन सिंह निवासी ग्राम अझौता को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 3 तमंचे कारतूस एक टैंकर, एक सेंट्रो कार, 29 कैनों में भरी रेक्टिफाइड शराब, अट्ठारह खाली कैन तथा अन्य उपकरण बरामद किए गए।
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एसएसपी ने बताया कि टैंकर के मालिक चालक एवं परिचालक फैक्ट्री से निर्धारित स्थान के लिए रेक्टिफाइड को बिलिंग करा कर चलते हैं और शराब तस्करों से पूर्व से संपर्क होने के चलते रास्ते में किसी स्थान पर टैंकर को खड़ा कर मोटर से कैनों में भरकर मेथेनॉल को बेच देते हैं। इसके बाद टैंकर में पानी मिलाकर केमिकल की मात्रा पूरी कर दी जाती है। एसएसपी ने बताया कि पकड़ी गई रेक्टिफाइड शराब की कीमत करीब 60 लाख रुपये है जिससे 6 लाख लीटर जहरीली शराब तैयार की जा सकती थी। केमिकल, टैंकर तथा अन्य वाहनों समेत पुलिस द्वारा एक करोड़ से भी अधिक की बरामदगी का अनुमान लगाया जा रहा है। इस दौरान इस पूरे गिरोह के संचालक मौके से भागने में कामयाब हो गए।
एसएसपी ने बताया कि टैंकर के मालिक चालक एवं परिचालक फैक्ट्री से निर्धारित स्थान के लिए रेक्टिफाइड को बिलिंग करा कर चलते हैं और शराब तस्करों से पूर्व से संपर्क होने के चलते रास्ते में किसी स्थान पर टैंकर को खड़ा कर मोटर से कैनों में भरकर मेथेनॉल को बेच देते हैं। इसके बाद टैंकर में पानी मिलाकर केमिकल की मात्रा पूरी कर दी जाती है। एसएसपी ने बताया कि पकड़ी गई रेक्टिफाइड शराब की कीमत करीब 60 लाख रुपये है जिससे 6 लाख लीटर जहरीली शराब तैयार की जा सकती थी। केमिकल, टैंकर तथा अन्य वाहनों समेत पुलिस द्वारा एक करोड़ से भी अधिक की बरामदगी का अनुमान लगाया जा रहा है। इस दौरान इस पूरे गिरोह के संचालक मौके से भागने में कामयाब हो गए।
आपको बता दें, पिछले दिनों जनपद सहारनपुर में जहरीली शराब पीने से हुई कई दर्जन लोगों की मौत भी इसी तरह की जहरीली शराब से हुई थी। अगर यह गिरोह मुजफ्फरनगर में कुछ और समय काम कर पाता तो शायद मुजफ्फरनगर में भी सहारनपुर की घटना दौराई जा सकती थी। फिलहाल पुलिस ने फरार मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछा दिया है