मामला थाना सिविल लाइन क्षेत्र के मोहल्ला जनकपुरी का है। यहां क्षेत्र की जमीनी विवाद को लेकर नगर पालिका द्वारा मोहल्ले के 44 घरों को उनके मकान अवैध होने के नोटिस जारी किए गए हैं। मोहल्लेवासियों का आरोप है कि उनके पास मकानों के सभी दस्तावेज उपलब्ध है और वह करीब 30-35 वर्षों से इन मकानों में रह रहे हैं। नगर पालिका द्वारा उनके मकानों की जमीन को सरकारी बताते हुए अब नोटिस जारी किए गए हैं। इस मामले में मोहल्लेवासियों ने भाजपा के नेताओं तथा जनप्रतिनिधियों से भी मुलाकात कर उन्हें अपनी समस्या से अवगत कराया। मगर अभी तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है, जिसके चलते मोहल्लेवासियों में रोष व्याप्त है। मोहल्ले वासियों ने मंगलवार को भाजपा नेताओं के क्षेत्र में घुसने पर प्रतिबंध लगाने का एेलान करते हुए कहा कि वह 2019 में भाजपा का विरोध तथा बहिष्कार करेंगे। मोहल्लेवासियों ने अवैध नोटिस निरस्त न किए जाने तक आंदोलन करने का ऐलान किया है। इस संबंध में मंगलवार को एक सभा का भी आयोजन किया गया, मामले को लेकर मोहल्ले वासियों में भाजपा के प्रति इतनी नाराजगी देखने को मिल रही है कि मोहल्ले में भाजपा विरोधी बैनर तक लगाए गए हैं, जिसमें भाजपा नेताओं को मोहल्ले में घुसने पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया गया है।
इस मामले में नगर विधायक कपिल देव अग्रवाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हम लगातार मोहल्ले का दौरा कर रहे हैं। मोहल्ले वासियों की नाराजगी का उन्हें पता चला था। नगर पालिका के अधिकारियों से बातचीत कर उनकी समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द कराया जाएगा। अगर वे लोग 30-35 सालों से यहां रह रहे हैं तो उन्हें वहां से जबरदस्ती कोई नहीं हटा सकता और रही बात मोहल्ले में घुसने की तो भाजपा कार्यकर्ताओं को मोहल्ले में घुसने से कोई नहीं रोक सकता।