मंदिर परिसर में बिखरा पड़ा था खून
बीते सप्ताह गुरुवार सुबह जब लोग मंदिर गए तो उन्होंने देखा था कि मंदिर का शीशा टूटा हुआ था। जबकि मूर्तियों के आसपास और मंदिर परिसर में खून बिखरा पड़ा था। किसी अज्ञात व्यक्ति ने एक मूर्ति को खून से तिलक भी किया। पुलिस इस मामले में आरोपितों को गिरफ्तार करने के बाद मामले की तह तक पहुंची है। एक आरोपित ऋषिपाल ने बताया कि वह तंत्र-मंत्र का काम करता है, उसने कई लोगों का इलाज तंत्र-मंत्र से किया है।
इस कारण से दी थी बली
गांव के रहने वाले इंद्रपाल की शादी को करीब 25 वर्ष हो गए, लेकिन कोई संतान नहीं है। वह सुभाष के माध्यम से तांत्रिक से मिले थे। तब उन सब ने मिलकर एक योजना बनाई। उन्होंने जंगल से एक कबूतर पकड़ा और 29 मई की रात मे प्राचीन मंदिर रोनी हरजीपुर में कबूतर की गर्दन काट कर उसके खून की बूंदे मंदिर मे गिरा दी थी।मंदिर में खून देखकर लोग आक्रोशित हो गए। पुलिस ने जांच की तो मामला संतान के लिए बलि का निकला