फूलन देवी के हत्यारोपी राणा ने नहीं लिए दहेज के लिए 31 लाख रुपये, पूर्व बसपा विधायक की बेटी से की शादी 24 जनवरी को हुआ था डबल मर्डर दरअसल, मेरठ के थाना परतापपुर क्षेत्र के गांव सोहरका में 24 जनवरी को बुजुर्ग महिला निछत्तर कौर और उसके बेटे बलविंदर की तीन बदमाशों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। मामले में एक आरोपी मांगे ने दिल्ली में आत्मसमर्पण कर दिया था, वहीं विकास जाट को मुजफ्फरनगर पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था। इस दोहरे हत्याकांड में कुख्यात अपराधी रहे सुशील मूंछ और उसके बेटे टोनी का नाम भी सामने आया था। जब पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पाई तो कोर्ट से कुर्की वारंट जारी कराए गए। इसी आधार पर बुधवार को पुलिस उसके घर पहुंची थी। इसी दौरान आरोपी के वकील ने बताया था कि टोनी ने उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में सरेंडर कर दिया है।
दीवार पर लिखा था दिस हाउस इज हॉन्टेड और पंखे से लटकी थी महिला, पास में पड़ा था डॉगी का शव चार दशकों से है अपराध की दुनिया में आपको बता दें कि सुशील मूंछ के नाम से करीब करीब चार दशकों से क्षेत्र में लोग कांपते हैं। मथेड़ी गांव निवासी सुशील मूंछ व उसके बेटे टोनी पर 25-25 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया गया था। घर पर पहुंची पुलिस को देखकर सुशील मूंछ की पत्नी उषा ने कहा कि नोटिस चस्पा हुए तीन दिन हुए हैं। उसके बाद एक महीने का समय दिया जाता है लेकिन एसपी क्राइम ने इसे नजरंदाज कर दिया और घर में रखे सामान को गाड़ियों में भरने के आदेश दिये। करीब चार गाड़ियों में सामान भरने के बाद पुलिस ने मेन गेट को कटर से काटकर बुलडोजर की मदद से घर की दीवारों को तोड़ दिया।
हादसे में हुई थी भाजपा विधायक लोकेंद्र की मौत, आज ये मंत्री देंगे अंतिम विदाई एक लाख का इनाम भी रखा जा चुका है इस मामले में एसएसपी मुजफ्फरनगर अनंत देव तिवारी ने कहा कि सोहरका में हुए डबल मर्डर मामले में इनकी संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की गई है। वहीं, रतनपुरी एसओ वीरेन्द्र सिंह कसाना ने बताया कि सुशील मूंछ पर रतनपुरी के अलावा आसपास क्षेत्रों में तीन दर्जन से अधिक केस दर्ज हैं। इन्ही केसों में वर्षों पूर्व प्रशासन ने सुशील मूंछ पर एक लाख का इनाम रखा था। जेल जाने के बाद कई केसों में बरी होने पर सुशील मूंछ अपने घर में ही था। पुलिस का आरोप है कि वह अपने घर से ही गैंग को चला रहा था।