सिसाैली कस्बे के रहने वाले किसान ओमपाल की उम्र करीब 50 साल थी। बताया जाता है कि गन्ने की फसल खेत में खड़ी थी और चीनी मिल से पर्ची नहीं आ रही थी। किसान का परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। इसी काे लेकर किसान और उनका परिवार तनाव में भी था। माना जा रहा है कि इसी तनाव में किसान ने आत्महत्या की है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटना के पीछे के कारणाें का पता लगाने की काेशिश की जा रही है।
परिजनाें ने बताया कि, गुरुवार दाेपहर करीब दाे बजे पर्ची का इंतजार करके ओमपाल अपने खेत में गया था। खेत में जब उसने गन्ने की खड़ी फसल काे देखा ताे उससे रहा नहीं गया। खेत में ही खड़े अमरूद के पेड़ से लटककर किसान ने जान दे दी। इस घटना पर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। माैके पर पहुंचे एसडीएम बुढ़ाना कुमार भूपेंद्र और सीओ फुगाना सोमेंद्र नेगी का किसानों ने विराेध किया।
प्रशासन पर आराेप लगाते हुए ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन घटना काेई दूसरा रूप देने की काेशिश कर सकता है। किसानों ने साफ कह दिया कि, किसान ओमपाल की माैत के लिए चीनी मिल जिम्मेदार है। देर रात तक ग्रामीणों और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के बीच गरम माहाैल में वार्ता का दाैर चल रहा था। अधिकारी ग्रामीणों ( कस्बावासियों) काे समझाने की काेशिश में लगे हुए थे।