यह भी पढ़ें
Meerut: अगर भड़के लोग तो मिर्ची बम छोड़ेगी RAF, जानिए क्या होता है असर
जमीयत उलेमा हिन्द के लोग हुए शामिल इसमें जमीयत उलेमा हिन्द (Jamiat Uulema Hind) के लोग शामिल हुए थे। जमीयत उलेमा हिन्द के लोगों के साथ ही इसमें क्षेत्रीय निवासी और एडीएम प्रशासन व अन्य अधिकारी शामिल हुए थे। एडीएम प्रशासन अमित कुमार ने मुस्लिम समुदाय के लोगों को CAA के बारे में विस्तृत जानकारी दी। मदरसे में हुई शांति समिति की बैठक में मौलाना ने भी माना कि वाल में बाहरी लोग शामिल थे। बवाल को लेकर मौलाना ने सार्वजनिक माफी मांगी। मौलाना कलीमुल्लाह ने शांति समिति में मौजूद भीड़ और अधिकारियों के बीच दोबारा आगे से ऐसी गलती नहीं होने की तौबा की। यह कहा मौलाना ने मौलाना कलीमुल्लाह ने कहा कि वह अधिकारियों के आभारी हैं। उनके समाज के लोग परेशान थे। भले ही उनसे गलती हुई या न हुई हो। वे रात को सो नहीं पा रहे हैं। एडीएम के आने से लोगों की जान में जान आई है। दोषियों को तो सजा होगी लेकिन इससे बेगुनाह भी डर रहे थे। इसके लिए वह अधिकारियों का शुक्रिया अदा करते हैं। बहुत से लोगों ने प ्रशासन के खिलाफ उनके कान भरे थे लेकिन उनको यकीन है कि उनके साथ कोई नाइंसाफी न हुई है और न ही होगी। कौम ने वादा किया है, आइंदा ऐसा कभी नहीं होगा। यह सब बाहरी लोगों की वजह से हुआ है। ऐसी मीटिंग अधिकारी लेते हे तो वे उनके आभारी होंगे।
यह भी पढ़ें