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बड़ी खबर: बसपा सुप्रीमो मायावती ने गठबंधन को दिया बड़ा झटका , नहीं किया समर्थन का ऐलान सूची जारी होते ही इसमें शामिल नाम विवादों के घेरे में आ गए हैं। दरअसल जो सूची जारी की है, उसमें कुछ ऐसे नेताओं के नाम हैं जो रेप, अपहरण और दंगे के आरोपी हैं। इनमें पूर्व मंत्री मेराजुद्दीन कविता चौधरी हत्याकांड में अपहरण के आरोपी हैं, जबकि पीस पार्टी के अध्यक्ष डॉ.अय्यूब रेप के आरोपी हैं। यह भी पढ़ें
अब अखिलेश यादव के साथी जयंत चौधरी ने भी दिया मुलायम और शिवपाल को बड़ा झटका इनके अलावा सपा नेता एवं पूर्व मंत्री आजम खां, पूर्व सांसद अमीर आलम और पूर्व विधायक नवाजिश आलम मुजफ्फरनगर दंगे के आरोपी हैं। साथ ही राष्ट्रीय लोक दल की युवा इकाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वसीम रजा को स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल नहीं किया गया है। आपको बता दें कि कैराना लोकसभा उपचुनाव भाजपा सांसद हुकुम सिंह की फरवरी माह में बीमारी से हुई मौत के बाद हो रहा है। यहां 28 मई को मतदान होगा। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला दिवंगत भाजपा सांसद की बेटी व भाजपा प्रत्याशी मृगांका सिंह और सपा-रालोद गठबंधन की प्रत्याशी तबस्सुम हसन के बीच है। यह भी देखें-चाचा बोले जैसा करोगे बैसा भरोगे शिवपाल सिंह यादव तबस्सुम हसन रालोद प्रत्य़ाशी घोषित होने से पहले समाजवादी पार्टी में थीं। इससे पहले वे 2009 में इस सीट से बसपा की सांसद रह चुकी हैं। उनके बेटे नाहिद हसन इस समय कैराना विधानसभा से सपा के विधायक हैं। कैराना में हसन परिवार का खासा सियासी रसूख है। अधिकतर इसी परिवार के लोग यहां सांसद रहे हैं। अब इनको प्रत्याशी बनाकर रालोद-सपा से गठबंधन के सहारे 16वीं लोकसभा में अपना खाता खोलने की पुरजोर कोशिश में है। साथ ही गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव हारने के बाद भाजपा की प्रतिष्ठा भी यहां दांव पर है। भाजपा किसी भी सूरत में इस सीट को जीतने की कोशिश में है।