गौरतलब है कि कैराना लोकसभा उपचुनाव के लिए प्रचार प्रसार थमा गया है। अब 28 मई को मतदान होना है। पुलिस और प्रशासन ने चुनाव के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं। सुरक्षा की दृष्टि से जिलाधिकारी ने पुलिस प्रशासन को चुनाव प्रभावित करने पर बल प्रयोग करने के साफ आदेश दे दिए हैं। इस चुनाव पर जिस तरह से देशभर की मीडिया की निगाह लगी हुई है। ऐसे में प्रशासन उपचुनाव में किसी भी प्रकार की चूक नहीं करना चाहता।
यह भी पढ़ेंः सीरिया की तरह इस शहर की सड़क पर दिखा बर्निंग ट्रक, तो राहगीरों के उड़े होश
कैराना उपचुनाव के लिए यूं तो 12 प्रत्याशी मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी उम्मीदवार मृगांका सिंह ओर आरएलडी से एसपी गठबंधन प्रत्याशी तबस्सुम हसन के बीच है। कैराना लोकसभा में करीब 16 लाख मतदाता और 5 विधान सभा है। 3 विधान सभा कैराना, शामली और थाना भवन शामली जिले में है,जबकि सहारनपुर जनपद में नकुड और गंगोह है। अब प्रचार का शोरगुल खत्म हो गया है। पुलिस और प्रशासन ने 28 मई को होने वाले मतदान को शांतिपूर्वक कराने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। 26 कंपनी अर्धसैनिक बलों की बुलाई गई है। इस दौरान 1 एसपी 2 एडिशनल एसपी और 6 क्षेत्र अधिकारी मौजूद रहेंगे। प्रशासन ने सवेंदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केन्द्रों पर भारी सुरक्षा बल तैनात करने की बात कही है।