मुजफ्फरनगर । 6 जून की आपबीती के बाद सात साल की मासूम बच्ची को उसके परिजन रोज की तरह जब मंदिर ले जा रहे थे तो वह बार-बार बस यही बोले जा रही थी कि पापा वहां नहीं जाना अंकल बहुत गंदे हैं। भाई को मार न दिया जाए इसी डर से मासूम अपना दर्द परिजनों को बंया नहीं कर पा रही थी। दरअसल, 6 जून को शाम को बच्ची मेरठ के गॉडविन कॉलोनी स्थित मंदिर के बाहर खेल रही थी। इसी दौरान बच्ची को प्यास लगी और वह मंदिर के अंदर पानी पीने गई। मौका पाते ही वहीं मौजूद पुजारी मासूम बच्ची को बहला फुसला कर छत पर ले गया। आरोप है कि पंडित ने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया और उसके चीखने चिल्लाने पर उसका मुंह बंद कर दिया। भाई को कुछ न हो जिसके डर से किसी को कुछ नहीं बताया पंडित ने दुष्कर्म के बाद बच्ची को धमकी दी कि अगर वह इस बारे में किसी को बताती है तो वह उसके भाई को मार डालेगा। बच्ची ने डर से किसी को कुछ नहीं बताया और चुपचाप घर चली गई। जब बच्ची को पेट दर्द हुआ तो उसने मां को बताया मां ने उसे दर्द की दवा दी। उसके बावजूद कोई फर्क नहीं पड़ा तो परिजन उसे नजदिकी अस्पताल एमएच लेकर गए। जंहा बच्ची को भर्ती कराया गया। घटना के बारे में जाना तो परिजनों के पैरों तले खसक गई जमीन बच्ची से जब पूछताछ की गई तो उसने आपबीती बताई जिसके बाद परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। इसके बाद परिजनों ने सोमवार को आरोपी के खिलाफ तहरीर देकर दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया। एसओ तेज सिंह यादव ने बताया कि आरोपी को जेल भेज दिया गया है। पंडित बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला है, जो पिछले आठ वर्ष से मंदिर में पुजारी है।