दरअसल, मामला थाना नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के गांव मखियाली का है। जहां देर रात गांधीनगर पुलिस चौकी इंचार्ज अजय कुमार कई पुलिसकर्मियों साथ लेकर गांव में मोनू पुत्र मदनपाल को गिरफ्तार करने पहुंच गए। आरोप है कि मोनू पुत्र मदन पाल पर थाना नई मंडी में कई मुकदमे दर्ज हैं। वह जिला बदर अपराधियों की श्रेणी में है। रात में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर थाने ले आई, लेकिन कुछ ही देर बाद मोनू के पिता मदन पाल की अचानक मौत हो गई। इसके बाद गांव में हंगामा खड़ा हो गया। मृतक के परिजनों का आरोप है कि रात में पुलिस ने उनके घर में जमकर मारपीट की और मोनू को गिरफ्तार करके ले गई, जिसके बाद मोनू के पिता मदन पाल की मौत हो गई।
इसके बाद बुधवार को दिन निकलते ही यह खबर गांव में आग की तरफ फैल गई और लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। वहीं घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस को भी ग्रामीणों के विरोध झेलना पड़ा और ग्रामीणों ने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग करते हुए शव उठाने से मना कर दिया। देखते ही देखते गांव राजनीति का अखाड़ा बनता चला गया, जिसमें सपा, बसपा, रालोद, कांग्रेस के नेताओं के साथ-साथ भाजपा के मुजफ्फरनगर से सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान भी मौके पर पहुंच गए। इसके अलावा पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए।
कई घंटों की मशक्कत के बाद थाना प्रभारी नई मंडी संतोष सिंह चौहान गांधी नगर पुलिस चौकी इंचार्ज अजय कुमार सहित कई पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद ग्रामीणों ने मृतक के शव को उठने दिया। इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और छानबीन शुरू कर दी। एसपी सिटी सतपाल अंतिल ने बताया कि पूरे मामले की छानबीन की जा रही है और जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसी आधार पर कार्यवाही की जाएगी।