किसानों के इस निर्णय की भाकियू के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि सभी जिलों में पदाधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है कि इस बार स्वतंत्रता दिवस को किसान मजदूर संग्राम दिवस के रूप में मनाया जाएगा। राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा और हाथों में भी तिरंगा लेकर किसान परेड करेंगे, पैदल निकलेंगे। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने भी सभी किसानों से स्वतंत्रता दिवस पर ध्वज का सम्मान करने की अपील की है उन्होंने कहा कि कार्यक्रम को इस तरह से आयोजित करना है कि तिरंगे का कहीं भी अपमान ना हो। उन्होंने कहा कि तिरंगा किसानों के लिए सर्वोपरि है। ऐसे में किसानों को इस बात का ध्यान रखना होगा कि तिरंगे का किसी भी तरह से अपमान ना हो और अपनी बात को शालीनता से कहते हुए किसान पर यात्रा निकाली जाये।
गाजीपुुर बॉर्डर पर फरहराएंगे तिरंगा किसानाें ने कहा है कि गाजीपुर बॉर्डर पर तिरंगा फहराया जाएगा। किसान नेता राकेश टिकैत अपने बयान में यह कह भी चुके हैं गाजीपुर बॉर्डर पर एक धार्मिक स्थल पर जहां पर वह तिरंगा फहराएंगे। संयुक्त किसान मोर्चा ने भी यह घोषणा कर दी है कि किसान शांतिपूर्ण तरीके से सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर तिरंगा फहराएंगे।