दरअसल, पिछले कई सालों से सिकंदरपुर गांव में हिंडन नदी पर पुल बनवाने की मांग की जा रही है। पुल न होने से यहां के स्थानीय लोगों को रोजमर्रा के कामों के लिए काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। लोगों को आवाजाही में रुकावट पैदा होती है। खासकर महिलाओं और किसानों को अपने पशुओं का चारा लाने के लिए गहरे पानी में उतरना पड़ता है।
किसानों ने पानी में उतरकर मनाया स्वतंत्रता दिवस
हिंडन नदी पर पुल बनवाने की मांग को लेकर किसान कई बार धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं। बावजूद इसके उन्हें शासन-प्रशासन से कोई आश्वासन नहीं मिला। अपनी इस मांग पर सरकार और प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने के लिए किसानों ने पानी में उतरकर स्वतंत्रता दिवस मनाया। पुल निर्माण को लेकर अनिश्चित काल धरने पर रहेंगे किसान
किसान नेता विकास शर्मा ने कहा कि हमने हिंडन नदी पर पुल के निर्माण के लिए एक साल पहले आंदोलन किया था। लेकिन अभी तक पुल का निर्माण नहीं कराया गया है। हमारी माताओं, बहनों और किसान भाइयों को नदी में उतर कर दूसरे छोर पर जाना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन को हमारी समस्या से कोई भी फर्क नहीं पड़ता है। हमने आज
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर नदी में उतरकर ध्वजारोहण किया। इस मौके पर हम सब लोगों ने संकल्प लिया है कि जब तक पुल का निर्माण नहीं कराया जाएगा, तब तक हम लोग अनिश्चित काल के लिए धरने पर रहेंगे।