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जनपद शामली के थाना झिंझाना क्षेत्र के गांव चौसाना निवासी मास्टर विजय सिंह पिछले लगभग साढ़े 23 सालों से अपना घरबार छोड़कर मुज़फ्फरनगर के कचहरी में साढ़ें 23 वर्षों से वनवासी की तरह जीवन बिता रहे थे। उन्होंने 26 फरवरी 1996 को जिला कलक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरने की शुरुआत की थी। दरअसल, जनपद शामली (तत्कालीन मुज़फ्फरनगर) की कैराना तहसील क्षेत्र के गांव चौसाना में लगभग 4000 बीघे सार्वजनिक जमीन पर एक बाहुबली परिवार का कब्जा था, जिसे कब्जा मुक्त कराने के लिए विजय सिंह ने बीड़ा उठाया। इस दौरान उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ी। मगर मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठे-बैठे सालों बीत गए मगर समस्या का समाधान नहीं हुआ। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में सरकार भी बदलती रही। मगर जमीन पर कब्जा धारी बाहुबली परिवार सरकार के साथ पार्टी बदलता गया। इस बीच जनपद में जिलाधिकारी भी बदलते रहे। इस दौरान मास्टर विजय सिंह को भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ते साढ़ें 23 साल बीत चुके हैं। इस बीच वे कुछ सरकारी भूमि कब्जा धारियों से कब्जा मुक्त कराने में सफल रहे। मगर पूरी तरह से कब्जा मुक्त कराने में सफल नहीं हुए तो वे लगातार धरने पर बैठे रहे।
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इन साढ़े 23 सालों में मंडलायुक्त तथा CBCID स्तर से जांच हुई और जांच में अवैध कब्जो की पुष्टि हो गई। इस बीच कई सरकारें आई और चली गई। तत्कालीन प्रमुख सचिव गृह जेएन चैम्बर ने तेजी दिखाते हुए करीब 300 बीघा जमीन कब्जा मुक्त भी करवाई थी। इस मुद्दे को लेकर मास्टर विजय सिंह ने मुज़फ्फरनगर से लखनऊ तक पैदल यात्रा कर तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलकर सार्वजनिक जमीन को मुक्त कराने की गुहार लगाई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने एक कमेटी भी गठित की थी, लेकिन वो भी खानापूर्ति कर लखनऊ रवाना हो गए। उस जांच का अभी तक कोई रिजल्ट नही आया है। मास्टर विजय सिंह अब 56 वर्ष के हो गए हैं। वे दिन-रात धरने पर ही रहते हैं। धरने पर ही खाना बनाना, बर्तन धोना, कपड़े धोने जैसे कार्य भी मास्टर जी खुद ही करते हैं । मास्टर जी के खाने का सामान उनके गांव से मिलने आने वाले लोग लेकर आते रहते है, जिससे उनकी दिन चर्या चलती है ।
मास्टर विजय सिंह के धरने को लगभग साढ़े 23 वर्ष हो गए हैं, जिस वजह से मास्टर जी का धरना विश्व का सबसे लम्बा धरना बन गया है। मास्टर जी का नाम उनके धरने की वजह से अभी तक लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड, इण्डिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड, एशिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड, यूनिक वर्ड ऑफ़ रिकॉर्ड, वर्ड बुक इण्डिया में सबसे लम्बे धरने के रूप में दर्ज हो चूका है। ये धरना विश्व का सबसे लम्बा धरना बन चूका है। उनका धरना वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड की ओर बढ़ रहा था, मगर बुधवार को जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने इस धरने को समाप्त करा दिया। इस वजह से दुखी मन से मास्टर विजय सिंह ने साढ़े 23 साल पुराना अपना धरना समाप्त करते हुए मुजफ्फरनगर के शिव चौक पर डेरा जमा लिया है। यहां वह कितने दिन रहेंगे, यह तो भविष्य में ही पता चल सकेगा। मास्टर विजय सिंह का कहना है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई लगातार जारी रहेगी। उनका मानना है कि सरकारी जमीन दबंगों के कब्जे से लेकर गरीबों को दिया जाए। इसी उम्मीद के साथ वह लगातार धरने पर बैठे थे। हालांकि, मास्टर विजय सिंह अब दिल्ली जाकर पीएममो पर अपना धरना करने की बात कह रहे हैं।