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यह है मामला दरअसल, एसडी पब्लिक स्कूल में कंपनी ने एक परीक्षा कराई थी। इसमें भरतिया कॉलोनी निवासी जोगेंद्र कुमार गोयल के बेटे गोविंद ने भी परीक्षा दी थी। गोविंद के अच्छे मार्क्स आए थे। इस पर बाईजूस के एरिया मैनेजर ने उनको कंपनी का ऐप लेने को कहा। साथ ही दावा किया गया कि इससे क्लास नौ और 10 में पढ़ाई में काफी मदद मिलेगी। इसके अलावा यह भी कहा गया कि उनको कंपनी की तरफ से सॉफ्वेयर व लेनोवा (Lenova) का टैबलेट भी दिया जाएगा। अगर यह गोविंद के परिजनों को पसंद नहीं आता है तो उनको 15 दिन में पूरे पैसे वापस मिल जाएगा। इसके लिए जोगेंद्र ने 37108.79 रुपये का भुगतान किया। इसके बाद 31 अक्तूबर को उनके पास सॉफ्टवेयर और टेबलेट आ गए लेकिन गोविंद को सॉफ्टेवयर समझ में नहीं आया। इस पर जोगेंद्र ने कंपनी से टैबलेट और सॉफ्टवेयर वापस लेने को कहा और पैसे वापस मांगे। कंपनी ने उनकी बात नहीं सुनी। यह भी पढ़ें