ज्ञात हो कि 2018 में प्रदेश की भाजपा सरकार ने मुजफ्फरनगर दंगे के मुकदमे वापस लेने की प्रक्रिया शुरू की थी। योगी सरकार तब से अब तक 74 केस वापस लेने की अनुमति दे चुकी है। बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले शासन की ओर से 7 आदेश आए थे, जिनके तहत 48 मुकदमों को वापस लेने की अनुमति प्रदान की गई थी। वहीं 5 केसों का निस्तारण हो चुका है, जबकि एक मुकदमे में पुलिस प्रशासन ने फाइनल रिपोर्ट लगा दी है। वहीं, अब योगी सरकार की ओर से 3 आदेश जारी किए गए हैं, जिनमें बीस मुकदमे वापस लेने की अनुमति प्रदान की गई है।
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इस मामले में बुढ़ाना विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक उमेश मलिक का कहना है कि प्रदेश सरकार ने अब 20 मुकदमों को वापस लेने की अनुमति दी है। इसका शासनादेश जिला प्रशासन को मिल चुका है। उन्होंने बताया कि दंगे के चिह्नित 92 केसों में से अब तक 74 को वापस लेने की अनुमति सरकार दे चुकी है। इनमें से 18 में वापसी की प्रक्रिया चल रही है। बता दें कि पुलिस ने मुजफ्फरनगर दंगे के बाद 500 से अधिक लोगों पर फर्जी मुकदमे दर्ज किए थे। इनमें लूट, डकैती और आगजनी से संबंधित सबसे अधिक केस फुगाना थाना में दर्ज किए गए थे। यह भी पढ़ें