बता दें कि सरकार ने वाहन परमिट प्रक्रिया को ऑनलाइन कर रखा है, लेकिन इसके बावजूद आरटीओ ऑफिस वाहन परमिट बनाने के नाम पर मोटी रकम वसूल रहा है। इसकी शिकायत जब स्कूल संचालकों ने केंद्रीय पशुधन राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान से की तो वह भी हैरान रह गए। इसके बाद उन्होंने तुरंत आरटीओ सहारनपुर कपिल कुमार को फोन लगा दिया। उन्होंने पूछ कि आपके ऑफिस में स्कूली वाहनों के परमिट के नाम 25 हजार रुपये क्यों लिए जा रहे हैं। इस पर आरटीओ ने सफाई देते हुए कहा कि पूरी व्यवस्था ऑनलाइन है।
बालियान ने पूछा कि क्या एक भी परमिट इस व्यवस्था के बाद बगैर 25 हजार लिए जारी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों के संचालक मेरे सामने बैठे हैं, जिन लोगों से 25 हजार रुपये लिए गए हैं। वहीं जिसने रुपये नहीं दिए उसका परमिट जारी नहीं हुआ है। तुम्हारी भूख इतनी ज्यादा है तो जल्दी ही तुम जेल जाओगे। इस दौरान आरटीओ ने केंद्रीय मंत्री का मामले से ध्यान हटाने की पूरी कोशिश की, लेकिन संजीव बालियान ने साफ कह दिया कि अब किसी भी सूरत में परमिट के पैसे नहीं लिए जाएंगे। अब सप्ताह में एक दिन मुजफ्फरनगर में बैठकर ही परमिट बनाएं।