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फसलों का MSP क्या है और कैसे होता है तय, जानें इस खबर मेंदरअसल मामला शामली जनपद के थाना झिंझाना का है, जहां पर भाकियू के सैकड़ों कार्येकर्ताओं ने विभिन्न मांगों को लेकर धरना दिया। धरने में पहुंचे भाकियू के युवा जिलाध्यक्ष विनोद निर्वाल ने पुलिस को अंजाम भुगतने की धमकी दी। बड़बोले निर्वाल यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि अगर पुलिस ने मां का दूध पिया है तो उन पर मुकदमे लिख कर दिखाए। यही नहीं इस दौरान भाकियू के मंडल अध्यक्ष धीरज लाटियान ने उत्तर प्रदेश के सभी थानों में आग लगा देने की धमकी भी दी। वहीं धरने की अध्यक्षता करने पहुंचे नरेश टिकैत ने अपनी मांगें प्रशासन के समक्ष रखी और उनकी मांगों को पूरा कराने की प्रशासन से बात कही। भाकियू के कार्येकर्ताओं की मांग थी कि तीन दिन पूर्व सड़क हादसे में दो किसानों की मौत के बाद उन्हें मुआवजा दिया जाए। साथ ही सड़क हादसे में जाम लगाने के मामले में जिन किसानों पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं, उन्हें वापस लिया जाए।
यह भी देखें-बिजली के बढ़े दामों के खिलाफ आरएलडी का प्रदर्शन इसके अलावा भाकियू नेताओं द्वारा पुलिस प्रशासन से किसानों के प्रति सही व्यवहार करने की भी मांग की गई। वहीं धरने की सूचना मिलने पर थाने में भारी पुलिस बल तैनात किया गया। इसके अतिरिक्त जनपद के तमाम थानाध्यक्षों समेत एसडीएम दुष्यंत मौर्य, सीओ सिटी अशोक कुमार सिंह व कैराना सीओ राजेश कुमार तिवारी भी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। जहां पर भाकियू के नेताओं व कार्येकर्ताओं ने अपनी मांगों को एसडीएम व सीओ सिटी के सम्मुख रखा और जल्द ही उन्हें पूरा करने की मांग की गई। इसको ध्यान में रखते हुए एसडीएम ने जल्द ही मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद भाकियू ने अपना धरना समाप्त कर दिया।