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कैरानाा उपचुनाव: लोकदल अध्यक्ष ने अजीत सिंह पर लगाया इतना गंभीर आरोप कि मच गई खलबलीआपको बता दें कि संजीव बालियान को भाजपा ने कैराना उपचुनाव में चुनाव प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी है। कैराना उपचुनाव में 28 मई को मतदान होना है। यहां भाजपा सांसद हुकुम सिंह का फरवरी माह मेें बीमारी से निधन हो जाने के कारण उपचुनाव हो रहा है। इस चुनाव में सपा और रालोद का गठबंधन हुआ है। इस गठबंधन से रालोद के टिकट पर सपा नेता तबस्सुम हसन चुनाव मैदान में हैं, जबकि भाजपा ने अपवे दिवंगत सांसद की हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह पर ही दांव लगाया है।
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कैराना उपचुनाव: मुसलमान नहीं देंगे सपा-रालोद गठबंधन को वोट, ये है बड़ी वजह जानकारों के मुताबिक मुख्य मुकाबला भाजपा और सपा-रालोद गठबंधन के बीच ही माना जा रहा है। यह उपचुनाव भाजपा के साथ ही रालोद के लिए भी प्रतिष्ठा सवाल है। एक तरफ जहां भाजपा फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव को हारने के बाद किसी भी कीमत पर यह सीट बचाना चाहती है तो वहीं दूसरी ओर पहली बार जनप्रतिनिधि विहीन हुई रालोद इस सीट को जीतकर लोकसभा में अपना खाता खोलना चाहती है।
यह भी देखें-पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ इस सीट को जीतने के लिए जहां रालोद मुखिया अजीत सिंह और उनके बेटे जयंत चौधरी सहित सपा व रालोद के कई दिग्गज चुनाव प्रचार में एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ भाजपा की ओर से संजीव बालियान, मंत्री सुरेश राणा, अनुपमा जायसवाल के अलावा अन्य कई नेता कैराना में डेरा डाले हुए हैं। जल्द ही सीएम योगी द्वारा इस सीट पर जनसभा करने की बात कही जा रही है। सूत्रों के मुताबिक सीएम योगी शामली और सहारनपुर में प्रत्याशी के समर्थन में दो जनसभाएं करेंगे।