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बता दें कि खतौली विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक विक्रम सिंह सैनी मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में 2013 में हुए सांप्रदायिक दंगों (Communal riots) के दौरान दर्ज हुए एक मुकदमे की तारीख पर कोर्ट पहुंचे थे। जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह दंगे वाली तारीख थी, जो दंगे 2013 में हुए थे। उस दौरान सपा की सरकार में मैं अपने गांव में भी नहीं था। गोली चलाने और आगजनी ऐसे-ऐसे मुकदमे और धाराएं लगाई गई। इनकी जल्द ही निस्तारण होने की संभावना है। यह फर्जी मुकदमे हैं। ये मुकदमे पुलिस ने लखनऊ में बैठे आकाओं के कहने पर दर्ज किए थे। वहीं उन्होंने सीएए को लेकर कहा कि यह देशहित का कानून है। हमारे पाकिस्तान, अफगानिस्तान व बांग्लादेश में पीड़ित हिंदू, सिख, ईसाई व फारसी को नागरिकता देने का कानून है। उन्होंने कहा कि जेएनयू में देशद्रोही किस्म के लोग हैं, जो भारत से प्यार नहीं करते और पाकिस्तान जैसे देश के इशारों पर काम करने वाले हैं। ऐसे छात्रों को वहां से प्रवेश निषेध होना चाहिए। वहीं, अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के जेएनयू जाने को लेकर कहा कि अभेनेत्री जेएनयू में चली गई, लेकिन उसे वहां नहीं जाना चाहिए था। देश के नागरिक को सोचना चाहिए कि जो देश के खिलाफ हैं उनकी फिल्म देखनी चाहिए या नहीं या उसका विरोध किया जाए। उन्होंने कहा कि मैं तो बिल्कुल भी यह फिल्म नहीं देखूंगा।
उन्होंने आगे कहा कि लोग बिना मतलब एनआरसी का विरोध कर रहे हैं। इन लोगों को जानकारी ही नहीं है। लोगों ने थाने में आग लगाकर देशद्रोही जैसा काम किया है। लोगों ने जिस तरह पुलिस पर पथराव किया व देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया यह देशद्रोह से कम नहीं है। उनके खिलाफ पुलिस कार्यवाही कर रही है, मुकदमे दर्ज हो चुके हैं, जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मेरे पास अर्जुन नामक पाकिस्तान शरणार्थी का फोन आया था। उसने कहा मैं आपसे मिलना चाहता हूं। वह इस रविवार को मुझसे मिलने आ रहा है। उसे नागरिकता मिलनी चाहिए। वहीं, पाकिस्तान को भी ऐसा कानून बनाना चाहिए जो यहां पर मुस्लिम पीड़ित हैं, उनको पाकिस्तान में नागरिकता देनी चाहिए। अदला-बदली कर लो, जो पाकिस्तान में पीड़ित हैं, वह हिंदुस्तान में आ जाएं और जो हिंदुस्तान में पीड़ित हैं। वह पाकिस्तान चले जाएं कौन रोक रहा है।