भाजपा विधायक संगीत सोम ने मुजफ्फरनगर का नाम बदले जाने की मांग करते हुए कहा कि मुगल काल में इलाहाबाद का नाम प्रयाग था। साथ ही अयोध्या के नाम के साथ-साथ कई जगहों के नाम बदल गए थे। मुजफ्फरनगर का नाम भी एक मुगल नवाब मुजफ्फर अली ने बदला था। उसने अपने नाम के हिसाब से मुज्जफरनगर नाम दिया था। इससे पहले इस जिले का नाम लक्ष्मी नगर था। अब यह दोबारा से लक्ष्मी नगर होना चाहिए। साथ ही विधायक संगीत सोम का कहना हैं कि मुजफ्फरनगर के जल्द ही बदल कर लक्ष्मी नगर किया जायेगा।
मुजफ्फरनगर का नाम देशभर में अलग-अलग चीजों के लिए प्रसिद्ध रहा है। एशिया की नंबर वन गुड़ मंडी भी जनपद मुजफ्फरनगर में ही है। भाजपा सरकार में लगातार कई जगहों के नाम बदलने जी कवायद के बाद अब पश्िचमी उत्तर प्रदेश के जिले मुजफ्फरनगर का नाम बदलने की चर्चा चल निकली है। सरधना से बीजेपी के फायर ब्रांड विधायक संगीत सोम ने नाम बदलने की मांग के साथ दावा किया है कि मुजफ्फरनगर का नाम भी जरूर बदला जायेगा। संगीत सोम का कहना हैं कि विपक्षी लोग राजनीति कर रहे हैं। जबकि उनका काम हैं कि जो मुगलों ने भारतीय संस्कृति खत्म की उसे दुबारा लाना और उस कलंकित करने वाले इतिहास को बदलने की हैं। मुजफ्फरनगर नाम ही फसाद की जड़ हैं और इसे बदला जायेगा।
बता दें कि यूपी में जिलों के नाम बदलने की सियासत काफी पुरानी है। इससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सरकार जिलों के नामों को बदलती रही हैं। मायावती ने अमेठी का नाम बदलकर छत्रपति शाहूजी नगर कर दिया था। मुख्यमंत्री बनने के बाद मुलायम सिंह यादव ने इसे रद्द कर दिया तो पॉवर में आते ही मायावती ने फिर इसका नाम छत्रपति शाहू जी महाराज कर दिया था। 2012 में अखिलेश यादव ने फिर इसका नाम अमेठी कर दिया था। इसके अलावा उन्होंने कुछ और जिलों के नाम भी इससे पहले बदले जा चुके हैं।