मुजफ्फरनगर

कैराना उपचुनावः भाभी को जिताने के लिए अपनी पार्टी से दगा कर गए लोकदल उम्मीदवार कंवर हसन

कैराना उपचुनाव मतदान से पूर्व लोकदल और भाजपा को झटका, कँवर हसन ने रालोद प्रत्याशी एवं अपनी भाभी तबस्सुम हसन को समर्थन का किया ऐलान

मुजफ्फरनगरMay 25, 2018 / 06:03 pm

Rahul Chauhan

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शामली। कैराना उपचुनाव से पहले उत्तर प्रदेश की राजनीति में नया मोड़ आ गया है। महागठबंधन बनने के बाद पहले से ही मुश्किलों का सामना कर रही भाजपा के लिए गुरुवार को एक और बुरी खबर आई। महागठबंधन को मजबूत करते हुए लोकदल (सुनील सिंह) प्रत्याशी कंवर हसन ने राष्ट्रीय लोकदल प्रत्याशी और अपनी भाबी तबस्सुम हसन को समर्थन का ऐलान कर दिया। कंवर हसन के इस ऐलान से लोकदल को तगड़ा झटका लगा है क्योंकि मतदान से मात्र चार दिन पहले कंवर हसन रालोद में शामिल हुए हैं। अब लोकदल के पास दूसरा प्रत्याशी उतारने का भी मौका नहीं है क्योंकि नामांकन प्रक्रिया पहले ही समाप्त हो चुकी है। आपको बता दें कि लोक दल अलग पार्टी है जिसके राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह हैं, जबकि रालोद के अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह हैं।
अभी तक कंवर हसन गठबंधन की प्रत्याशी तबस्सुम हसन के विरोध में लोकदल के टिकट पर चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे थे। आपको बता दें कि कंवर हसन और तबस्सुम हसन के बीच देवर-भाभी का रिश्ता है। वहीं, इनके मिलन से भाजपा खेमे में खलबली मच गई है। अब तक भाजपा को उम्मीद थी कि मुस्लिम वोट बंटने से उसे फायदा होगा, लेकिन जैसे ही कंवर हसन ने अपनी भाभी और राष्ट्रीय लोक दल प्रत्याशी तबस्सुम हसन के समर्थन का ऐलान किया भाजपा खेमे में हलचल तेज हो गई।
रालोद में शामिल होने के बाद बोले कंवर हसन
इस बारे में कंवर हसन का कहना है कि जब पूरा देश भाजपा के खिलाफ एकजुट हो रहा है तो वह क्यों अलग जाएं। इसीलिए उन्होंने भी तबस्सुम हसन को समर्थन दे दिया है। उनके परिवार में इतने बड़े मतभेद नहीं थे कि उन्हें खत्म न किया जा सके। अब वह राष्ट्रीय लोकदल के साथ हैं। लोकदल के बारे में उन्होंने भी बोलने से इनकार कर दिया। सिर्फ इतना बोले कि लोकदल क्या करेगी, यह लोकदल वाले जानें। अब वह गठबंधन की प्रत्याशी तबस्सुम हसन के लिए चुनाव प्रचार करेंगे।
Kanwar Hasan with Jayant Chaudhary
योगी की जनसभा से पहले लगा झटका
गुरुवार को कैराना में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा से ठीक पहले भाजपा को एक और झटका लगा। अभी तक तबस्सुम हसन के विरोध में चुनाव मैदान में खड़े लोकदल प्रत्याशी और उनके देवर कंवर हसन ने राष्ट्रीय लोकदल को समर्थन देने की घोषणा कर दी। मुख्यमंत्री की जनसभा से पहले ही इस प्रोग्राम की फोटो वायरल सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। सोशल मीडिया पर जब फोटो आई तो कैराना उपचुनाव की राजनीति में एक हलचल मच गई।
भाजपा के लिए चुनौती
कैराना उपचुनाव में जिस तरह से छोटे- बड़े सभी दल एक होते जा रहे हैं। ऐसे में यह भाजपा के लिए बड़ी मुश्किल साबित होने वाला है। उधर, भाजपा ने भी कैराना उपचुनाव में पूरी ताकत झोंक रखी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद तीन दिन में दो चुनावी सभाएं कर चुके हैं। सहारनपुर के अंबेहटा में जनसभा करने के बाद अब शामली में मुख्यमंत्री की जनसभा है। भाजपा के दर्जनभर से अधिक वरिष्ठ नेता और मंत्री कैराना और सहारनपुर में डेरा डाले हुए हैं।
मुस्लिम वोटों का अब नहीं होगा बंटवारा
कंवर हसन ने लोकदल पार्टी से दावेदारी की थी। उनकी दावेदारी के बाद से गठबंधन प्रत्याशी पर हार का संकट मंडरा रहा था। इसका एक मुख्य कारण यह था कैराना लोकसभा सीट पर मुस्लिम वोट बैंक का दोहरीकरण हो रहा था। गुरुवार को रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी की मौजूदगी में कंवर हसन ने अपनी भाभी तबस्सुम हसन को समर्थन दे दिया।
अब भाजपा प्रत्याशी की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं क्योंकि जिन वोटों का बंटवारा भाभी और देवर को लेकर हो रहा था, अब वह एक ही प्लेटफार्म पर आता नजर आ रहा है। शामली के गांव जसाला में जयंत चौधरी ने भाभी और देवर के बीच चल रही तनातनी को शांत करा दिया। जयंत द्वारा बुलाई गई इस मीटिंग में नाहिद हसन के चाचा अनवर हसन और कंवर हसन सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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