मेरठ एंटी करप्शन विभाग की सीओ संगीता सिंह ने बताया कि मंगलवार को एक शिकायतकर्ता आधार रघुवंशी आए थे। उन्होंने ऑफिस में शिकायत की थी कि उनका एक पेट्रोल पंप भोपा रोड पर बालाजी रिफलिंग के नाम से है। उसमें सालाना स्टैम्पिंग होती है, जिसकी एवज में 50 हजार की रिश्वत की मांग की जा रही है। उनकी शिकायत पर हमने टीम भेजकर जांच कराई जो मामला सही पाया गया।
यह भी पढ़ें – 28 अगस्त को ताश के पत्तों की तरह जमींदोज होंगे ट्विन टावर, जानें क्या होगा 60 हजार टन मलबे का रिश्वत लेते ही दोनों को दबोचा उन्होंने बताया कि इसी आधार पर हमने एक टीम का गठन किया। बुधवार को टीम ने पूरी तैयारी के साथ अपना जाल बिछाया और जैसे ही विधिक माप तौल विभाग मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ निरीक्षक हरीश कुमार प्रजापति और उनके प्राइवेट ड्राइवर सोनवीर उर्फ सोनू ने पैसों की मांग की।
यह भी पढ़ें – 77 लाख के गबन के आरोप के बाद BHU कर्मचारी वेतनभोगी सहकारी समिति भंग इस पर सोनू को 25 हजार की रिश्वत दी गई। सोनू ने वे पैसे हरीश कुमार प्रजापति को दिए। इसके बाद टीम ने दोनों को रंगे हाथ दबोच लिया।