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इसलिए रिश्वत मांग रहा था बाबू
दरअसल थाना रतनपुरी क्षेत्र के गांव चंदसीना निवासी मेहराज व उसके भाई का खतौली में सराफान मोहल्ले में एक पुराना मकान है शिकायतकर्ता मेहराज के अनुसार उस मकान में उनके दादा रहम इलाही के नाम से बिजली का कनेक्शन चल रहा था। उसी मकान में जेनरेटर का केवल भी पड़ा था। जिसे बिजली विभाग के कर्मचारियों ने अवैध घोषित कर उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी। जिसमें पीड़ितों द्वारा बिजली विभाग के इस बाबू आनंद कुमार से संपर्क किया गया, तो इसने 70 हज़ार का खर्चा बताते हुए उसे 37 हज़ार रुपये में निपटाने के सौदा कर लिया। जिसमे पीड़ित से आरोपी बाबू ने 15 हज़ार रुपये पहले ले लिए थे। इसके बाद 22 हज़ार रुपये बाद में देने की बात हुई थी।
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टीम ने रिश्वत लेते समय दबोचा बाबू
पीड़ित द्वारा सोमवार को रिश्वतखोर इस बाबू की शिकायत मेरठ की एंटी करप्शन टीम को की गई जिसके बाद टीम ने पीड़ित की शिकायत पर खतौली पहुंचकर आरोपी बाबू को उसी के कार्यालय से पीड़ित से 22 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एंटी करप्शन टीम के प्रभारी निरीक्षक जे के तोमर ने बताया कि शिकायतकर्ता मेहराज से आरोपी बाबू 22 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा था। जिसकी उन्होंने मेरठ एंटी करप्शन टीम को शिकायत की और आज हमने इसे मौके से 22 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करा कर आरोपी को जेल भेजा जा रहा है।