दरअसल 5 जून को थाना मीरापुर पुलिस को गांव खेड़ी सराय के जंगल में महावीर पुत्र लहरिया के खेत में एक अज्ञात अधजला शव मिला था। मृतक की पहचान राजेंद्र पुत्र सुखबीर सिंह के रूप में हुई थी। पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने राजेन्द्र की पहले गला दबाकर हत्या की और उसके बाद शव की पहचान छुपाने के लिए उसे जलाया दिया था। इसके बाद आरोपी युवक के शव को गांव खेड़ी सराया के जंगल में फेंक कर फरार हो गए थे। तभी से यह मामला पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था।
पुलिस ने मंगलवार को इस हत्या का सनसनीखेज खुलासा करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों से जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो हत्यारोपियों ने हत्या करने का जुर्म कबूल करते हुए बताया कि मृतक राजेंद्र का गांव के ही वीरसेन की पत्नी से अवैध संबंध था, जिसकी जानकारी महिला के पति वीरसेन को हो गई थी। इसके बाद वीरसेन ने अपने दो अन्य साथी गजेंद्र और रामकिरण के साथ मिलकर अपनी पत्नी के प्रेमी राजेंद्र की हत्या करने की साजिश रची। ईस साजिश के तहत पहले राजेंद्र को बुलाकर शराब पिलाई गई और बाद में रस्सी से उसका गला घोटकर हत्या कर दी गई। हत्या करने के बाद राजेंद्र के शव को जंगल में ले जाकर जला दिया गया, ताकि शव की पहचान न हो सके। इसके बाद हत्यारोपी शव को जंगल में छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने 7 दिन बाद हत्या की घटना का खुलासा करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस हत्याकांड में राम किरण उर्फ सावन गिरी मंदिर में साधु है। वीरसेन ने पूरा घटनाक्रम जब साधु राम किरण को बताया था तो राम किरण के अंदर का शैतान जाग गया और हत्याकांड में शामिल हो गया। हालांकि, घटना के बाद अब तीनों घटना पर पछतावा व्यक्त कर रहे हैं।