जहां मुजफ्फरनगर से अजित सिंह के लिए सीट मिली है वहीं बागपत से जयंत चौधरी मैदान में उतरेंगे। वहीं बाकी की दो सीटों पर आरएलडी के चुनाव चिन्ह पर सपा अपने उम्मीदवार उतारेगी। आपको बता दें कि पहले ही कुछ स्थानीय नेताओं का कहना है कि आरएलडी की ओर से छह सीट मांगी जा रही थीं। इनमें पश्चिमी यूपी के बागपत, कैराना, हाथरस, मुजफ्फरनगर अमरोहा और मथुरा सीट शामिल हैं। लेकिन सूत्रों के मुताबिक सपा-बसपा गठबंधन आरएलडी को बागपत और मुजफ्फरनगर सीटें देना चाहते थे। इसमें मुजफ्फरनगर से चौधरी अजीत सिंह और बागपत सीट से उनके बेटे जयंत चौधरी चुनाव लड़ सकते हैं।
दरअसल रालोद पहले भी कांग्रेस और बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना चुकी है। ऐसे में दोनों दल किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहते। वहीं अब माने तो गठबंधन में दो सीटों के अलावा रालोद को दो सींटे और दी जाएंगी लेकिन इसमें शर्त है की मथुरा और कैराना की सीट से रालोद उम्मीदवार सपा और बसपा के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे। जिसपर रलोद राजी नहीं है।