होंगे ये फायदे –
अब निवेशक चांदी भी स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड कर सकेंगे। सिल्वर ईटीएफ एनएसई और बीएसई में लिस्ट होंगे। इससे निवेशकों को डेरिवेटिव्स (चांदी वायदा) के अलावा ईटीएफ में भी निवेश का मौका मिलेगा। चांदी न केवल कीमती धातु है, बल्कि इसके कई औद्योगिक उपयोग भी हैं। इसका इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक सामान और इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण में होता है।
ऐसे काम करेगा –
म्यूचुअल फंड हाउस ईटीएफ लॉन्च कर सकेंगी। फंड हाउस चांदी की कीमतों को दो तरह से ट्रैक करते हैं। कुछ फंड हाउस डेरिवेटिव्स में निवेश करते हैं। वहीं कुछ फिजिकल चांदी खरीदते हैं। भारत में म्यूचुअल फंड्स को गोल्ड ईटीएफ के लिए फिजिकल गोल्ड खरीदना पड़ता है। ठीक इसी तरह सिल्वर ईटीएफ के लिए फंड हाउस को फिजिकल सिल्वर खरीदना होगा।