यह भी पढ़ें – मोदी के चुनाव जीतने में ये बात बना सबसे बड़ा रोड़ा, पांच साल में देश को ऐसे लगा 32,418 करोड़ रुपए का चूना
दोबारा किया गया इस स्कीम को लॉन्च
साल 1988 में इंडिया पोस्ट ने जब इस स्कीम को लॉन्च किया था तब यह लोगों में तेजी से पॉपुलर हुआ था। बाद में इस स्कीम के दुरुपयोग के मामले सामने आने के बाद साल 2011 में बंद कर दिया गया था। 2014 में नई सरकार बनने के बाद इसे एक बार फिर लॉन्च कर दिया गया।
यह भी पढ़ें – अगर आप भी लेते हैं इस स्कीम का लाभ तो हो जांए खुश, अगले 24 घंटे में आपके खाते में जमा होंगे 2 हजार रुपए!
कैसे कर सकते हैं इस स्कीम में निवेश
आप इस स्कीम के तहत अपने नजदीकी पोस्ट ऑफिस से किसान विकास पत्र खरीद सकते हैं। इस स्कीम के तहत आपको 1,000 रुपए की न्यूनतम रकम जमा करनी होती है। निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है। कोई भी व्यस्क इस स्कीम को अपने लिए या 18 साल से कम उम्र के अपने लड़के या लड़की के लिए खरीद सकता है। दो या दो से अधिक व्यस्क भी इस स्कीम को एक साथ मिलकर खरीद सकते हैं। इस स्कीम को लॉक इन पीरियड ढाई साल होता है। इसका मतलब है कि इस स्कीम के तहत किए निवेश व लाभ की पूरी रकम आप ढाई साल बाद निकाल सकते हैं।
यह भी पढ़ें – मात्र 6 रुपए कीमत की इस शेयर के लिए लोग देना चाहते हैं 15,000 गुना रकम, जानिए क्या है खास वजह
लॉन्ग टर्म सेविंग्स प्लान व सुरक्षा
किसान विकास पत्र की मदद से आप बहुत जल्द ही सेविंग्स कर सकते हैं, जिसमें आपके कम से कम 1,000 रुपए का निवेश करना होगा। इस स्कीम के तहत निवेश करने की कोई अधिकतम सीमा नहीं है। इस स्कीम के तहत निवेश किए गया रकम 100 महीनों में ही दोगुना हो जाएगा। निवेश करते समय सबसे बड़ी चिंता इस बात की होती है कि कहीं निवेश का पैसा डूब तो नहीं जाएगा। चूंकि, किसान विकास पत्र एक सरकारी स्कीम है, ऐसे में इस स्कीम पर आपको फिक्स्ड रिटर्न और पूरी सुरक्षा मिलती है।फिक्स्ड रिटर्न
यह भी पढ़ें – कंगाली का आलम: इन करीबियों से उधार लेकर गुजारा कर रहा विजय माल्या, एक हफ्ते में उड़ाता है इतने रुपए
लोन लेन में भी कर सकता है मदद
किसान निवेश पत्र के तहत किए गए निवेश पर आपको एक तय ब्याज मिलता है। इस स्कीम के माध्यम से आप लोन भी ले सकते हैं। सभी बैंक लोन ( bank loan ) देने के लिए वैध कोलेटरल मानते हैं। इस स्कीम में निवेश से पहले आपको इस बात को ध्यान में रखना होगा कि आप इसे किसी अन्य व्यक्ति को ट्रांसफर नहीं कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें – Zee में निवेश के लिए आमने-सामने आ सकते हैं मुकेश अंबानी और सुनील भारती मित्तल, ये है सबसे बड़ी वजह
मिलता है इनकम टैक्स छूट
जब इस स्कीम की मैच्योरिटी पर आप पूरी रकम निकालते हैं तो इसपर आपको किसी प्रकार का कोई टैक्स नहीं देना होता है। इस लिहाज से देखें तो यह एक बेहतर निवेश विकल्प है। हालांकि इस स्कीम के तहत आपको मिलने वाले ब्याज की रकम पर टैक्स देना होता है। इस स्कीम के तहत ढाई साल का लॉक इन पीरियड ( Lock in Period ) होने की वजह से आप इसे अवधि के पूरा होने के बाद आप कभी भी इस स्कीम के तहत आप पैसे निकाल सकते हैं।
Business जगत से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर और पाएं बाजार, फाइनेंस, इंडस्ट्री, अर्थव्यवस्था, कॉर्पोरेट, म्युचुअल फंड के हर अपडेट के लिए Download करें Patrika Hindi News App.