उरण में अपने परिवार के साथ रहने वाली यशश्री शिंदे (20) की चाकू मारकर क्रूरता से हत्या कर दी गई। यशश्री शिंदे 25 जुलाई से लापता थीं। उसका क्षत-विक्षत शव शनिवार (27 जुलाई) को नवी मुंबई में एक रेलवे स्टेशन के पास झाड़ियों में मिला।
यशश्री के चेहरे, शरीर और प्राइवेट पार्ट्स पर गहरे घाव है। बताया जा रहा है कि शव के चेहरे, छाती और गुप्तांगों पर चोटें थीं। परिजनों ने शव की पहचान कपड़े और टैटू से की।
इस मामले के बाद हर तरफ गुस्से की लहर दौड़ गई। शव मिलने के दो दिन बाद भी आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने से आक्रोश बढ़ता जा रहा है। उरण के नागरिकों ने रविवार को पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध मार्च निकाला। गुस्साए लोग थाने के बाहर जमा हो गए। उन्होंने आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग की।
यशश्री नवी मुंबई के बेलापुर में एक प्राइवेट कंपनी में काम करती थी। 25 जुलाई को वह सुबह काम पर निकली, लेकिन तब से उसका कुछ पता नहीं चला। उसका शव 27 जुलाई को उरण में मिला। उसके शरीर पर धारदार हथियार से वार के कई निशान है। कथित तौर पर आरोपी ने हत्या करने के बाद शव को क्षत-विक्षत किया।
यशश्री शिंदे के पिता ने पुलिस को दिए अपने बयान में दाऊद शेख नाम के शख्स पर हत्या का आरोप लगाया है। वहीं, मेडिकल जांच के बाद पता चलेगा कि लड़की के साथ दुष्कर्म हुआ है या नहीं। पुलिस ने आरोपी की तलाश के लिए तीन टीमें बनाई हैं। पुलिस को शक है कि आरोपी बेंगलुरु (कर्नाटक) भाग गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जबयशश्री शिंदे 11वीं में पढ़ती थी तो आरोपी दाऊद शेख ने कथित तौर पर उसके साथ अश्लील हरकत की थी। तब यशश्री नाबालिग थी, इसलिए दाऊद शेख के खिलाफ पॉस्को एक्ट के तहत केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया था। इस बीच पूरी घटना को लव जिहाद से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
डिप्टी कमिश्नर (डीसीपी) विवेक पानसरे ने बताया कि शुक्रवार रात 2 बजकर 15 मिनट पर युवती का शव बरामद किया गया। उन्होंने कहा कि पीड़िता बेलापुर में काम करती थी और उसने शुक्रवार को आधे दिन की छुट्टी ली थी। ऐसी आशंका है कि उसी दिन दोपहर साढ़े तीन से चार बजे के बीच उसकी हत्या की गई।
डीसीपी पानसरे ने कहा, इस घटना के संबंध में भारतीय न्याय संहिता की धारा 103 के तहत अज्ञात शख्स के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। हत्यारे को पकड़ने के लिए तीन टीमें गठित की गई हैं और क्राइम ब्रांच भी मामले की जांच कर रही है।