महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ”बाला साहेब ठाकरे की जयंती (Balasaheb Thackeray Birth Anniversary) 23 जनवरी को है और 22 तारीख को राम मंदिर का प्रतिष्ठापन समारोह होगा। उस दिन (22 जनवरी) मैं कालाराम मंदिर जाऊंगा, जहां गोदावरी नदी के तट पर महा-आरती करूंगा…।”
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शिवसेना (उद्धव गुट) के मुखिया ने कहा, पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न चुराए जाने के बाद भी उनके विरोधी उन्हें अपने सपनों में देखते हैं। वे जानते हैं कि महाराष्ट्र की जनता उनके साथ खड़ी है, वे अकेले नहीं है। ठाकरे ने शहर के बांद्रा स्थित अपने आवास ‘मातोश्री’ में समर्थकों को संबोधित कर करते हुए एकनाथ शिंदे की शिवसेना के नेताओं की कड़ी आलोचना की। उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘‘प्यार और स्नेह बिकने के लिए नहीं होता हैं। इन भावनाओं को खरीदा नहीं जा सकता है।’’ दरअसल सीएम शिंदे के गढ़ ठाणे जिले के उल्हासनगर में कुछ कार्यकर्ता फिर से उद्धव गुट में शामिल हुए। इसको लेकर ठाकरे ने कहा कि आगे भी लड़ाई जारी रहेगी, वफादार लोगों के एक साथ रहने से जीत सकते है।
मालूम हो कि जून 2022 में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और शिवसेना के अधिकांश विधायकों की बगावत के बाद शिवसेना बंट गई और राज्य में सत्तारूढ़ ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास आघाडी (एमवीए) सरकार गिर गई। लंबी सुनवाई के बाद चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाले धड़े को असली ‘शिवसेना’ नाम और चुनाव चिह्न ‘तीर धनुष’ दिया। जबकि उद्धव गुट को नया नाम और निशान मिला। अभी भी यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।