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मुंबई

त्र्यंबकेश्वर विवाद में राज ठाकरे की एंट्री, कहा- इतना कमजोर नहीं है हिंदू धर्म, कायम रहे परंपरा

Nashik Trimbakeshwar Temple: राज ठाकरे ने कहा, मैंने खुद कई दरगाहों का दौरा किया है। हमारे अपने कुछ मंदिरों में कुछ खास जातियों को ही गर्भगृह में जाने की अनुमति है। धार्मिक स्थलों पर हिंदू-मुस्लिम एकता के कई उदाहरण हैं।

मुंबईMay 20, 2023 / 03:45 pm

Dinesh Dubey

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इतना कमजोर नहीं है हिंदू धर्म- त्र्यंबकेश्वर विवाद पर बोले राज ठाकरे

Raj Thackeray on Trimbakeshwar Temple Controversy: महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित प्रसिद्ध त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में गैर हिंदू युवकों द्वारा जबरन प्रवेश की कोशिश की घटना के बाद सूबे की राजनीति गरमा गई है। इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे ने बड़ी बात कही है। उन्होंने त्र्यंबकेश्वर मंदिर की घटना की आड़ में माहौल खराब करने की कोशिश करने वालों को फटकार लगाई है।
नासिक में शनिवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में बोलते हुए मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा, त्र्यंबकेश्वर मंदिर की सीढ़ियों पर चंदन की अगरबत्ती जलाने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है, इसे अब रोकने का कोई अर्थ नहीं है। महाराष्ट्र में कई जगहों पर हिंदू और मुसलमानों के बीच इस तरह की कई चीजें हो रही हैं। ये चीजें जारी रहनी चाहिए। राज ठाकरे ने त्र्यंबकेश्वर मामले पर हंगामा करने वालों पर निशाना साधते हुए पूछा कि क्या हिंदू धर्म इतना कमजोर है कि हमारे मंदिर में किसी अन्य धर्म के व्यक्ति के प्रवेश करने से यह भ्रष्ट हो जाएगा।
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‘हिंदू-मुस्लिम एकता के कई उदाहरण’

उन्होंने कहा, “मैंने खुद कई दरगाहों का दौरा किया है। हमारे अपने कुछ मंदिरों में कुछ खास जातियों को ही गर्भगृह में जाने की अनुमति है। धार्मिक स्थलों पर हिंदू-मुस्लिम एकता के कई उदाहरण हैं। माहिम में मगदूम बाबा की दरगाह पर चादर स्थानीय पुलिस स्टेशन का कांस्टेबल चढ़ाता है। ऐसी परंपराओं को जारी रखा जाना चाहिए।“

‘बाहरी लोग न बोलें’

त्र्यंबकेश्वर को विवाद का अखाड़ा बनाने वालों को आड़े हाथों लेते हुए राज ठाकरे ने कहा, त्र्यंबकेश्वर मंदिर में हुई घटना को गलत तरीके से देखने का नज़रिया किसका है। त्र्यंबकेश्वर मंदिर के संबंध में निर्णय स्थानीय ग्रामीणों को लेना चाहिए। बाहरी लोगों को इसमें नहीं पड़ना चाहिए।

‘जहां मराठी मुसलमान रहते हैं, वहां दंगे नहीं होते’

त्र्यंबकेश्वर मामले पर अपना रुख स्पष्ट करते हुए मनसे नेता ने आगे कहा, त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में जो कुछ भी हुआ वह गलत है। क्या इसके जरिए कोई दंगे कराना चाहता है? जहां गलत चीजें हो रही हैं, वहां प्रहार करना जरूरी है।
राज ठाकरे ने त्र्यंबकेश्वर मुद्दे पर राजनेताओं की बयानबाजी पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, जानबूझकर विवाद खड़ा करने का कोई मतलब नहीं है। मेरा अनुभव है कि जहां मराठी मुसलमान रहते हैं, वहां दंगे नहीं होते है। क्योकि उनके बच्चे वहीं पढ़ते हैं, वहीं रहते हैं, इसलिए ऐसी जगहों पर दंगे नहीं होते है। लेकिन कुछ लोग इस सौहार्द को बिगाड़ने में लगे हैं। राज ठाकरे ने पूछा कि हिंदू बहुसंख्यक राज्य में ‘हिंदू खतरे में’ कैसे हो सकता है।

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