यह उद्धव ठाकरे खेमे के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि भोईर और कल्याण के शिवसेना नगर अध्यक्ष सचिन बसरे (उद्धव ठाकरे गुट से) दोनों ने ठाणे कलेक्टर और पुलिस से 25 सितंबर से नौ दिनों के लिए नवरात्रि समारोह की अनुमति की मांग की थी। शिवसेना 53 वर्षों से यहाँ नवरात्रि मना रही है, जिसकी परंपरा खुद पार्टी के संस्थापक बाल ठाकरे (Bal Thackeray) से शुरू हुई थी। शिवसेना की इस परंपरा के अनुसार आमतौर पर अब तक पार्टी के कल्याण नगर अध्यक्ष प्रशासन से अनुमति के लिए आवेदन करते थे। लेकिन इस बार शिवसेना दो धड़ों में बंट चुकी है।
उद्धव खेमे को यह झटका ऐसे समय में लगा है, जब बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने एक दिन पहले मुंबई के शिवाजी पार्क मैदान में दशहरा रैली की अनुमति देने से इनकार कर दिया। हालाँकि बीएमसी ने शिवाजी पार्क में रैली की मंजूरी शिंदे गुट को भी नहीं दी है। इस मामले की सुनवाई अभी बॉम्बे हाईकोर्ट में चल रही है।
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जानकारी के मुताबिक, भोईर इससे पहले ठाणे नगर अध्यक्ष के पद पर थे, लेकिन जब वे शिंदे गुट में गए तो पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बसरे को यह पद दे दिया।उद्धव खेमे को यह झटका ऐसे समय में लगा है, जब बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने एक दिन पहले मुंबई के शिवाजी पार्क मैदान में दशहरा रैली की अनुमति देने से इनकार कर दिया। हालाँकि बीएमसी ने शिवाजी पार्क में रैली की मंजूरी शिंदे गुट को भी नहीं दी है। इस मामले की सुनवाई अभी बॉम्बे हाईकोर्ट में चल रही है।